शार्दुल अर्धशतक से चूके
दूसरे दिन 4 विकेट पर 264 रन से आगे खेलते हुए टीम इंडिया को पहला झटका रवींद्र जडेजा के रूप में लगा। पहले दिन रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर 19-19 रन पर नाबाद रहे थे। जडेजा पांचवें विकेट के रूप में पहले दिन के स्कोर में सिर्फ एक रन जोड़कर 20 के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। जडेजा का विकेट गिरने के बाद शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर ने मोर्चा संभाला और छठे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। शार्दुल 41 रन बनाकर आउट हुए। शार्दुल ठाकुर का विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी के लिए ऋषभ पंत आए। पहले दिन ऋषभ पंत गंभीर रूप से इंजर्ड हुए थे और बल्लेबाजी के लिए उनके क्रीज पर आने की संभावना लगभग नहीं थी, लेकिन जब वे बल्लेबाजी के लिए उतरे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनकी हिम्मत की प्रशंसा की। पंत और सुंदर सातवें विकेट के लिए 23 रन की साझेदारी की। सुंदर के आउट होने के बाद अंशुल कंबोज बिना खाता खोले आउट हो गए।
बेन स्टोक्स ने झटके 5 विकेट
इसके बाद ऋषभ पंत ने जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन 54 रन के स्कोर पर वह जोफ्रा आर्चर की गेंद पर बोल्ड हो गए। पंत कुछ इसी तरह तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में बोल्ड हुए थे। इसके बाद आखिरी विकेट के लिए मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह ने 9 रन की साझेदारी की और टीम इंडिया को 350 के पार पहुंचा दिया। बुमराह ने आर्चर की लेग स्टंप से बाहर जाती गेंद को छेड़ा और विकेट के पीछे लपके गए। इसकी साथ ही भारत की पहली पारी 358 रन पर सिमट गई। बेन स्टोक्स ने 5 विकेट हासिल किए तो जोफ्रा आर्चर को 3 सफलताएं मिली।