मुल्डर ही देंगे सही जवाब
अब सवाल है कि आखिरी मुल्डर ने ऐसा क्यों किया। क्रिकेट जगत में ये सवाल चर्चा का विषय बन गया है। 21 साल बाद टेस्ट क्रिकेट इतिहास को वह रिकॉर्ड टूट सकता था, जो लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। हालांकि श्रीलंका के महेला जयवर्धने 374, ब्रायन लारा 375 और मैथ्यू हेडन 380 के आंकड़े तक पहुंच चुके हैं लेकिन वे आउट हो गए थे और उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा था। लेकिन मुल्डर के पास समय भी था और मौका भी। आज दूसरे दिन का खेल खेला जा रहा है और साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों को 20 विकेट लेने के लिए 3 दिन काफी होते। हालांकि अब इसका सही जवाब मुल्डर ही देंगे। वही बताएंगे कि क्या सोचकर उन्होंने पारी घोषित कर दी थी। जिम्बाब्वे ने साउथ अफ्रीका के 626 रनों के जवाब में पहली पारी में 85 रन पर 6 विकेट गंवा दिए हैं। जिस हिसाब से साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी हो रही है, उसे देखते हुए तीसरे दिन ही खेल समाप्त होता हुआ नजर आ रहा है। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी 5 विकेट पर 626 रन बनाकर घोषित कर दी। टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज 24 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद वियान मुल्डर और बेडिंघम ने मोर्चा संभाला और टीम को 200 के पार पहुंचाया। 208 के स्कोर पर बेडिंघम आउट हो गए। इसके बाद लुआन प्रिटोरियस ने मुल्डर का साथ निभाया और टीम को 420 के पार पहुंचाया।
प्रिटोरियस भी शतक पूरा नहीं कर पाए और 78 रन बनाकर आउट हो गए। डेवाल्ड ब्रेविस ने 30 रन की पारी खेली तो काइल वेरेन जब 42 रन बनाकर नाबाद थे तो कप्तान वियान मुल्डर ने पारी घोषत करने का फैसला किया। अब यह सवाल पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस के मन में होगा कि जिम्बाब्वे के खिलाफ जीतना मुश्किल नहीं है। पहले ही टीम पहाड जैसा स्कोर बना चुकी है और जिम्बावे की दो पारी मिलकर भी यहां तक नहीं पहुंच पाएगी। अगर साउथ अफ्रीका 10 ओवर और बल्लेबाजी कर लेती तो मुल्डर 400 रन के रिकॉर्ड को पार कर लेते लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।