पहला मामला
तीन जुलाई 2025 को दिलीप सूर्यवंशी निवासी मोहन नगर ने कोतवाली थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी कि 30 जून 2025 को वह एसबीआई के एटीएम से पैसे निकालने बस स्टैंड पहुंचे थे, पैसे निकालने के दौरान उनके पीछे एक व्यक्ति खड़ा था तथा उनका एटीएम पिन देख रहा था तथा विश्वास में लेकर एटीएम कार्ड बदल लिया तथा दूसरा कार्ड दे दिया। उनके एटीएम से बाद में 79 हजार रुपए निकाल लिए गए। मोबाइल में पैसे निकलने का मैसेज आने पर वह शिकायत करने पहुंचे थे।
दूसरा मामला
चार जुलाई 2025 को यशवंत राव कालबांडे निवासी दुर्गा मंदिर के पास पाठाढाना ने कोतवाली पुलिस को बताया कि तीन जून 2025 को एसबीआई के एटीएम परशुराम वाटिका के पास पैसे निकालने पहुंचा था, इसी दौरान पीछे खड़े व्यक्ति ने एटीएम पिन देखा तथा विश्वास में लेकर एटीएम कार्ड बदल दिया। एटीएम से तीस हजार रुपए निकाल लिए गए, जिसकी शिकायत कोतवाली थाने में की गई थी।
चंदनगांव बस स्टैंड के पास पकड़ा, वारदात की फिराक में थे
कोतवाली पुलिस के पास पहुंच रही एटीएम बदलकर धोखाधड़ी करने की शिकायतों के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की तलाश शुरु कर दी, आरोपी लगातार वारदात की फिराक में यहां वहां एटीएम के समीप पहुंच रहे थे। पुलिस ने धोखाधड़ी की शिकायत के बाद एटीएम व आसपास के सीसीटीवी खंगालने शुरु कर दिए, फुटेज के आधार पर दोनों संदिग्ध की जानकारी लगी तथा पुलिस ने उनकी तलाश शुरु कर दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को चंदनगांव बस स्टैंड से पकड़ा तथा पूछताछ शुरु की, पुलिस ने आरोपियों के पास से 60 हजार रुपए, 19 एटीएम कार्ड व एक दोपहिया वाहन जब्त किया है।
इस टीम की रही महत्वपूर्ण भूमिका
इस धोखाधड़ी के मामले में आरोपियों को पकडऩे में कोतवाली टीआई निरीक्षक आशीष कुमार धुर्वे, एसआई नरेश झारिया, एएसआई ब्रिजेश सिंह रघुवंशी, अमित कुमार यादव, आरक्षक विकास बैस, शैलेंद्र राजपूत, अमित तोमर, सायबर सेल प्रधान आरक्षक नितिन सिंह, आरक्षक आदित्य रघुवंशी की मुख्य भूमिका रही है।