तहसीलदार के बंगले की काटी बिजली
अफसरों के बीच लड़ाई की शुरूआत शनिवार की सुबह उस वक्त हुई जब एमपीईबी डिवीजन के कार्यपालन अभियंता (डीई) वरुण सारस्वत ने आदेश दिया कि जिसका भी बिजली बिल बकाया है उसकी बिजली काट दी जाए फिर चाहे वो आम नागरिक हो या फिर कोई खास। आदेश के बाद शहर के सिविल लाइन स्थित तहसीलदार के सरकारी बंगले का बिजली कनेक्शन 40 हजार रूपये बिल बकाया होने के कारण काट दिया गया। तहसीलदार के बंगले की बिजली कटी तो हडकंप मचा और किसी तरह फिर से बिजली कनेक्शन जोड़कर बिजली व्यवस्था बहाल कराई गई।
तहसीलदार ने दिखाई ताकत..
अब बारी तहसीलदार विनय प्रकाश ठाकुर की थी। बिजली कटने से तिलमिलाए तहसीलदार साहब ने एमपीईबी का बकाया हिसाब खंगलवाया तो पता चला कि एमपीईबी पर साल 2020-21 से साल 2025 तक डायवर्सन के 16 लाख रुपये बकाया हैं। फिर क्या था तहसीलदार विनय प्रकाश ठाकुर ने उसी दिन राजस्व वसूली का नोटिस एमपीईबी को थमा दिया। यानी साफ है कि 40 हजार के लिए तुमने मेरी बिजली काटी तो मैं 16 लाख के बकाया के लिए तुम्हारी संपत्ति कुर्क करूंगा।