MP News: मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी बीच एक और रिश्वतखोर लोकायुक्त के हत्थे चढ़ गया है। उज्जैन के खाचरोद उप जेल सहायक अधीक्षक ने कैदी को बचाने की एवज में रिश्वत मांगी थी।
दरअसल, उज्जैन निवासी जितेंद्र गोमे ने गुरुवार को उज्जैन लोकायुक्त के अधीक्षक आनंद कुमार को शिकायत की थी कि उनका साले कनवर सिसौदिया खाचरोद उप जेल में बंद है। सहायक जेल अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत के द्वारा साले को मारपीट से बचाने की एवज में 30 रुपए रिश्वत के रूप में मांगे जा रहे हैं।
लोकायुक्त ने 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
शिकायत के बाद लोकायुक्त ने शिकायतकर्ता जितेंद्र गोमे को शुक्रवार की दोपहर में उप जेल सहायक अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत के पास भेजा। यहां पर सहायक जेल अधीक्षक को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जिसके उप जेल में हड़कंप मच गया।
बचने के लिए स्कूटी की डिक्की में रखवाए पैसे
सहायक जेलर ने पहले बरगद के पेड़ के पास झाड़ियों में पैसे रखने को कहा, लेकिन जितेंद्र ने इंकार कर दिया। तब राणावत ने स्कूटी की डिक्की में पैसे रखवा लिए और स्वयं पास ही बकरियां चरा रही महिला के पास जाकर खड़ा हो गया ताकि दूर से निगरानी रख सके। जब उसे यकीन हो गया कि जितेंद्र अकेला था और चला गया, तब वह स्कूटी के पास पहुंचा, लेकिन उसकी वह प्लान में सफल नहीं हो सका। जेल परिसर में बंदियों से मुलाकात के लिए आए परिजनों के बीच सादे कपड़ों में मौजूद लोकायुक्त टीम ने उसे रंगेहाथ धर दबोचा।
खुद को बता रहा था निर्दोष
गिरफ्तारी के बाद राणावत खुद को निर्दोष बताने लगा और कहा कि ये पैसे उसके नहीं हैं। लेकिन जब टीम ने सबूत सामने रखे, तो वह शांत हो गया और कार्रवाई में सहयोग करने लगा। आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर नोटिस देकर छोड़ा गया है।
Hindi News / Ujjain / एमपी में नोटों की गड्डी के साथ पकड़ाया ‘सहायक जेल अधीक्षक’…छिपकर बैठी लोकायुक्त टीम ने मारा छापा