इस मामले के प्रकाश में आने के बाद कई गरीब परिवार अपनी राशि प्राप्त करने शुक्रवार को दिन भर न्याय की गुहार लेकर पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत करते नजर आए। अब तक 18 से अधिक लोगों ने पासबुक दिखाकर पुलिस को शिकायत में बताया कि मिथुन सर्वर डाउन का बहाना बताकर हमारे खातों की राशि निकाल लेता था। जब पासबुक एंट्री होती थी, राशि कम नजर आती थी। उससे पूछने पर वह गुमराह करता था। ऐसे मामलों की संख्या जब बढ़ गई, तो गुरुवार को लोगों ने एकत्र होकर मिथुन से राशि की मांग की। वह फिर से गुमराह करने का कोशिश करने लगा, तो लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। एसआई दिनेश मिश्रा ने बताया कि फिलहाल खातेधारकों की शिकायतों को नोट किया जा रहा है। आगे की जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों के बाद बैंक मैनेजर ने किया था आईडी लॉक
इंडियन बैंक की तिगांव शाखा के मैनेजर दशरथ भिसेकर ने बताया कि वर्षों से मिथुन कियोस्क सेंटर चला रहा था। फरवरी माह में पहली शिकायत मिली। तब उसने राशि लौटा दी, लेकिन इसके बाद लगातार शिकायतें मिलने लगी। हमने सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी को इसकी सूचना दी, लेकिन शिकायतें कम नहीं हुई। 26 मार्च को मिथुन का अकाउंट होल्ड कर सर्विस आईडी लॉक कर दी थी। इसके बाद भी मिथुन प्राइवेट आईडी से लोगों के खातों के साथ हेराफेरी करता रहा। बैंक मैनेजर के अनुसार लगभग 30 खातेधारकों के करीब 4 से 5 लाख रुपए हड़पने का अनुमान है।
इन लोगों ने थाने पहुंचकर की शिकायतें
इस मामले में पुलिस थाने पहुंचकर उर्मिला मर्सकोल्हे बिछुआसाहनी ने 10 हजार रुपए, फुल्ला बाई सलामे बिछुआसाहनी पांच हजार, रुपए, अंकुश सरेयाम पिपलपानी 16 हजार रुपए, रामवती मरकाम पिपलपानी के 18 हजार रुपए, पार्वती मरकाम पिपलपानी 14 हजार रुपए, गिरजा देशमुख पिपलपानी 10 हजार रुपए, मीताबाई लोखण्डे पिपलपानी के 47 हजार 500 रुपए, मोरेश्वर उईके पिपलपानी के 10 हजार रुपए, सुनीता इवनाती पिपलपानी के 25 हजार रुपए, गीता उईके मांडवी के 10 हजार रुपए, शिवा शेन्डे तिगांव के 25 हजार रुपए, सुशील शेंडे तिगांव के 20 हजार रुपए, राजेश तायवाड़े तिगांव 5 हजार रुपए, विनोद हुरडे तिगांव के 5 हजार रुपए खातों में भरने के नाम हड़पने के आरोप लगाए गए हैं।