1.2 ट्रिलियन का घाटा
बेसेंट ने कहा कि उनके साथ बातचीत में अमेरीकी राजदूत जैमीसन ग्रीर और चीन की ओर से उनके उप प्रधानमंत्री और दो मंत्री शामिल थे। बातचीत के बारे में बेसेंट और जैमीसन ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से चर्चा की थी। बेसेंट ने इसे अहम बताया कि दोनों देश इतनी जल्दी समझौते पर पहुंच गए, इससे लगता है कि मतभेद इतने बड़े नहीं थे जितने माने जा रहे थे। ग्रीर ने कहा कि हम सिर्फ यह जानते थे कि वार्ता क्यों हो रही है क्योंकि अमेरीका का चीन के साथ 1.2 ट्रिलियन का व्यापार घाटा है। हमें विश्वास है कि चीन के साथ समझौते से हमें राष्ट्रीय आपातकाल से निकलने में मदद मिलेगी।
ट्रंप ने दिए थे संकेत
वार्ता से पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया था कि वह चीन पर टैरिफ दर को मौजूदा 145 प्रतिशत से घटाकर 80 प्रतिशत करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह सब स्कॉट पर निर्भर करता है, मुझे खुशी है कि चीन के साथ बातचीत में पर्याप्त प्रगति हुई है।