तीन मंजिला होगा यह आधुनिक भवन, 6189.05 वर्ग मीटर में होगा निर्माण
इस लेक्चर कॉम्प्लेक्स की संरचना तीन मंजिलों में होगी। ग्राउंड, फस्र्ट और सेकंड फ्लोर। प्रत्येक फ्लोर का क्षेत्रफल 1985.69 वर्ग मीटर होगा, जिससे कुल फ्लोर एरिया 5957.07 वर्ग मीटर हो जाएगा। इसके अतिरिक्त पोर्च, बरामदा और ममटी जैसी सहायक संरचनाएं 231.98 वर्ग मीटर में होंगी, जिससे कुल निर्माण क्षेत्रफल 6189.05 वर्ग मीटर हो जाएगा। इसमें प्रत्येक कक्षा 100 सीटर होगी और कुल 4000 छात्रों के एक साथ अध्ययन की सुविधा होगी।
कॉम्प्लेक्स में होंगी ये विशेषताएं
भवन में आधुनिक स्मार्ट क्लासरूम, सेमिनार हॉल, डिजिटल बोर्ड, रिसर्च लैब, अध्ययन क्षेत्र, फैकल्टी रूम और प्रशासनिक कार्यालय जैसी कई अत्याधुनिक सुविधाएं रहेंगी। ये न केवल शिक्षण प्रक्रिया को आसान और गुणवत्तापूर्ण बनाएंगी, बल्कि शोध कार्यों को भी सशक्त आधार प्रदान करेंगी।
पहले से मौजूद अकादमिक-प्रशासनिक भवन में होंगे विभागों के शिफ्टिंग के प्रयास
गौरया स्थित विश्वविद्यालय के नए परिसर में पहले से ही एक अकादमिक व प्रशासनिक भवन बन चुका है, जिसमें कक्षाओं के संचालन हेतु पर्याप्त कक्ष मौजूद हैं। कुलगुरु प्रोफेसर शुभा तिवारी ने बताया कि सितंबर माह से कुछ विभागों को इसी भवन में शिफ्ट किया जाएगा। वर्तमान में एमसीबीयू में पुराने और नए दोनों परिसरों को मिलाकर कक्षाओं के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध है, लेकिन छात्र संख्या में निरंतर हो रही वृद्धि को ध्यान में रखते हुए यह नया लेक्चर कॉम्प्लेक्स बेहद आवश्यक हो गया था।
16 हजार छात्र पंजीकृत, जल्द 20 हजार तक पहुंचने की संभावना
फिलहाल विश्वविद्यालय में करीब 16 हजार छात्र पंजीकृत हैं और अब यह संख्या 20 हजार तक पहुंचने की संभावना है। समय के साथ बढ़ती इस छात्र संख्या के दबाव को कम करने और सुव्यवस्थित शिक्षण माहौल देने के लिए यह भवन एक मील का पत्थर साबित होगा।
गौरया क्षेत्र में अधोसंरचना और रोजगार को भी मिलेगा बढ़ावा
नया लेक्चर कॉम्प्लेक्स न केवल छात्रों को सुविधा देगा बल्कि गौरया क्षेत्र में विश्वविद्यालय गतिविधियों के विस्तार के कारण स्थानीय स्तर पर अधोसंरचना और रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। निर्माण कार्यों में स्थानीय श्रमिकों को रोजगार मिलेगा और परिसर में गतिविधियों की वृद्धि से व्यवसायों को भी लाभ होगा।
शिक्षा के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और शोध को भी मिलेगा बढ़ावा
नवीन भवन में रिसर्च लैब्स और अध्ययन क्षेत्रों की सुविधा के कारण यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, शोध कार्य, सेमिनार और शैक्षणिक आयोजनों को उच्च स्तर पर किया जा सकेगा। डिजिटल और स्मार्ट क्लासरूम से शिक्षण प्रणाली में तकनीकी समावेश बढ़ेगा जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध होगी।
इनका कहना है
लेक्चर कॉम्प्लेक्स के निर्माण की प्रक्रिया 10 जुलाई से आरंभ की जाएगी, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री वर्चुअली करेंगे। पहले अकादमिक भवन बन गया है। सितंबर से कुछ विभाग को नए परिसर में शिफ्ट किया जाएगा। प्रो. शुभा तिवारी, कुलगुरु, एमसीबीयू