दो लोगों की पेड़ पर चढ़कर बची जान
जिले के ईशानगर क्षेत्र में रविवार सुबह एक भीषण हादसा हो गया जब छतरपुर से बानपुर जा रही पिकअप(मालवाहक) वाहन पचेर घाट की धसान नदी की टूटी पुलिया में गिर गई। गाड़ी चला रहे राहुल अहिरवार और एक अन्य व्यक्ति शीशा तोड़कर बाहर निकल आए। तीसरे यात्री कृष्ण विश्वकर्मा की मौके पर ही मौत हो गई। राहुल ने बताया कि सुबह भी उन्होंने इसी रास्ते से गाड़ी निकाली थी, तब पुल ठीक था। रात में पुल पर पानी था और कोई चेतावनी संकेत नहीं था। यह हादसा तब हुआ जब नदी पर बनी पुलिया पूरी तरह बह चुकी थी, लेकिन वहां ना कोई बैरिकेडिंग थी और ना ही चेतावनी का बोर्ड, जिससे अनजान ड्राइवर सीधे वाहन समेत नदी में जा गिरा।
देवगांव-देवरा मार्ग पर जल प्रलय, बन्ने नदी का कहर
देवगांव से देवरा को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग उस समय पूरी तरह बंद हो गया जब झमटुली के पास बन्ने नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। तेज बहाव के कारण पुल के दोनों ओर की सड़कें बह गईं और मार्ग का संपर्क टूट गया। इस मार्ग पर आने-जाने वाल दर्जनों वाहन दोनों ओर फंस गए। कई किलोमीटर लंबी कतारें लग गईं और ग्रामीणों को वैकल्पिक रास्ते तलाशने की नौबत आ गई। पुल के किनारे सड़क कटने से अब वहां से पैदल निकलना भी खतरनाक हो गया है।
बिजावर क्षेत्र में मातगुंवा रगोली पुल बहा
बिजावर तहसील के अंतर्गत आने वाला मातगुंवा-रगोली मार्ग भी भारी बारिश की भेंट चढ़ गया। पुल पूरी तरह से तेज बहाव में बह गया, जिससे बिजावर से कानपुर और सागर को जोड़ने वाला मार्ग बंद हो गया। इस मार्ग से प्रति दिन सैकड़ों वाहन आवागमन करते हैं, जिनमें किसान, व्यापारी और स्कूली बसें शामिल हैं। अब उन्हें या तो कई किलोमीटर लंबा चक्कर काटना पड़ रहा है ।
सटई रोड पर रौरा गांव के पास सड़क बहने से बड़ा खतरा
छतरपुर शहर से सटई की ओर जाने वाले मार्ग पर, रौरा गांव के पास पुल के किनारे की सड़क बह गई है। यह मार्ग भी जिले के भीतरी और दूरदराज गांवों को जोड़ने का मुख्य रास्ता था। अब वहां से भारी वाहनों का निकलना तो दूर, दोपहिया वाहन चालकों और पैदल यात्रियों के लिए भी जान जोखिम में डालना पड़ रहा है।प्रशासन द्वारा चेतावनी जारी की गई है कि लोग इस मार्ग पर फिलहाल यात्रा से बचें।
बिजली के खंभे बहे, अंधेरे में डूबे कई गांव
तेज बारिश और जल बहाव के कारण देवगांव-देवरा मार्ग पर लगे छह बिजली के खंभे भी बह गए, जिससे आसपास के गांवों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह बंद हो गई है। मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी की टीमों को बहाल करने के लिए लगाया गया है, लेकिन जलस्तर कम होने तक मरम्मत संभव नहीं हो पा रही। इससे इन गांवों में जल आपूर्ति, मोबाइल नेटवर्क और अन्य आवश्यक सेवाएं भी बाधित हो गई हैं।
24 घंटे में बिजावर में सर्वाधिक 11.9 इंच
जिले में बीते 24 घंटे में तेज बारिश का दौर जारी रहा। जिले में औसतन 4.3 इंच (110.4 मिमी) वर्षा दर्ज की गई, जिससे नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। बिजावर में सबसे अधिक 11.9 इंच (303.0 मिमी) बारिश दर्ज की गई, जिससे जनजीवन प्रभावित रहा। बडामलहरा (6.7 इंच), नौगांव (6.7), छतरपुर (4.2) और राजनगर (2.7) इंच बारिश दर्ज हुई। कुछ क्षेत्रों में सड़कें और संपर्क मार्ग बाधित हुए हैं। 1 जून से अब तक जिले में 696.1 मिमी (27.4 इंच) औसत वर्षा हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में कहीं अधिक है। जिला प्रशासन ने बारिश को देखते हुए अलर्ट जारी किया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
40 गांवों का जिला मुख्यालय और अन्य प्रमुख मार्गों से संपर्क कटा
बीते 24 घंटे की बारिश के दौरान शनिवार व रविवार को जिले के कई इलाके में सड़क मार्ग बाधित हुआ है। जिससे 40 गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय या अन्य प्रमुख मार्गो से संपर्क कट गया है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार यह संख्या लगातार बढ़ सकती है, यदि बारिश का दौर जारी रहा। – देवगांव-देवरा मार्ग पर सड़क बहने से आसपास के 6-8 गांवों का संपर्क टूटा-बिजावर-मातगुंवा रगोली पुल बहने से उस मार्ग के कम से कम 10 गांव प्रभावित पुखराव नदी पुल बहने से 4 गांव (जैसे ढोंढन, खरयानी, पलकौंहा) पूरी तरह कटेसटई रोड में रौरा में सडक बहने से 20 गांव प्रभावित हुए हैं।
– पठापुर, देरी, खजुराहो क्षेत्र में जलभराव से कई गांव प्रभावित