19 साल की उम्र में स्टर्टअप की रखी नींव
Mint की रिपोर्ट के मुताबिक जब शाश्वत केवल 19 साल के थे, उन्होंने अशनीर ग्रोवर के साथ मिलकर BharatPe नामक स्टार्टअप की नींव रखी। उस समय वे आईआईटी-दिल्ली में तीसरे वर्ष के छात्र थे। ग्रोवर ने टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
क्या है भारत पे
BharatPe एक डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है, जो छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को आसान और सुरक्षित भुगतान समाधान प्रदान करता है। उस समय भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ रहा था, लेकिन छोटे व्यापारी अक्सर तकनीकी जटिलताओं और उच्च ट्रांजेक्शन फीस के कारण इसका लाभ नहीं उठा पाते थे। शाश्वत ने इस समस्या को एक अवसर के रूप में देखा और BharatPe को इस तरह डिज़ाइन किया कि यह QR कोड-आधारित पेमेंट सिस्टम के माध्यम से व्यापारियों को मुफ्त में लेनदेन करने की सुविधा दे।
चुनौतियों का करना पड़ा सामना
बता दें कि शुरुआती दौर में BharatPe को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। फंडिंग जुटाना, बाज़ार में जगह बनाना और व्यापारियों का भरोसा जीतना आसान नहीं था। लेकिन शाश्वत की दृढ़ इच्छाशक्ति और उनकी टीम की मेहनत ने कंपनी को तेजी से आगे बढ़ाया। गुजरात के है शाश्वत नकरानी
शाश्वत नकरानी का जन्म गुजरात के भावनगर में हुआ। बचपन से ही उनकी रुचि टेक्नोलॉजी और नवाचार में थी। स्कूल के दिनों में उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ कोडिंग और प्रोग्रामिंग में भी महारत हासिल की। उनकी मेहनत और लगन का नतीजा था कि उन्होंने JEE परीक्षा पास की और IIT दिल्ली में दाखिला लिया।