सडक़ पर दूध उड़़ेला
वहीं जाम लगा कर बैठे सडक़ पर लोगों ने कुछ महिलाओं ने एक दूध वाले रोक लिया। दूध फटने की बात करते हुए निकलने का काफी देर तक मोटरसाइकिल निकालने का प्रयास किया। इस पर कुछ लोगों ने उसका दूध सडक़ पर उड़ेल दिया। ऐसे में वह उत्तेजित होकर आक्रोश में आ गया। काफी देर तक प्रदर्शनकारियों व दूध वाले के बीच बहस का दौर चलता रहा। बाद में समझाइश करके उसे निकाला गया।
फंसे रहे यात्री
बूंदी से नैनवा व सवाई माधोपुर की तरफ जाने वाले यात्री व कई बूंदी पढऩे वाले छात्र-छात्राएं जाम में फंसे रहे।कई छात्रों के पेपर होने के बावजूद उन्हें महिलाओं ने नहीं निकलने दिया। ऐसे में उन्हें राता बरड़ा होते हुए माटुंदा कैनाल से बूंदी की तरफ आना पड़ा।
खली महिला पुलिस कर्मियों की कमी
श्योपुरिया की बावड़ी पर लगभग डेढ़ घंटे तक क्षेत्र के कॉलोनी के वासियों ने जाम लगाकर रास्ता बिल्कुल बंद कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने जाम नहीं हटाया। बाद में शहर कोतवाल भंवर ङ्क्षसह मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को सडक़ से हटने को कहा। लेकिन महिलाओं ने पुलिस के साथ काफी अभद्रता की। ऐसे में वहां पर महिला पुलिसकर्मियों की कमी खलती रही। मामले को लेकर सदर थाना पुलिस ने एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ पाबंदी की कार्रवाई की है। वहीं आगे उच्च अधिकारियों के निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।