गांव में राजकीय विद्यालय के समीप मेगा हाइवे से जुड़े सीपेज पानी की निकासी का नाला विगत तीन वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है, जिससे गंदे पानी की निकासी का मार्ग अवरुद्ध हो रहा है वही बारिश के दौरान नाले का पानी सडक और विद्यालय परिसर में भर जाता है। विद्यालय के बालको को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं गांव में मुक्तिधाम पर विकास कार्य नहीं होने से लोगो को दाह संस्कार में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राकेश सुमन ने बताया कि मुक्तिधाम पर लगे टीनशेड उखड़ कर उड़ गए हैं और चबूतरा क्षतिग्रस्त हो रहा है।
बारिश और धूप में यहां आने वाले लोगो को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। टीनशेड उखड़ जाने से बारिश के दौरान परेशानी होती है। यहां बने विश्राम स्थल पर भी सुविधाओं का अभाव है।मुक्तिधाम पर चारदीवारी नहीं होने से मवेशी अंदर घुस जाते हैं और समाजसेवियों द्वारा लगाए गए पौधों को नष्ट कर जाते हैं। मुक्तिधाम परिसर में खरपतवार, बबूलो की भरमार होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह में अधूरे पड़े नाले का निर्माण कार्य और मुक्तिधाम पर विकास कार्य शुरू नही करवाया गया तो ग्रामीणों को साथ लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालो में राकेश सुमन, लोकेश मीणा, रमेश गोस्वामी, बृजराज सिंह आदि सहित कई लोग शामिल हैं।