परियोजना का अगला चरण मानसी लॉज से चिंगराजपारा होते हुए रपटा पुल तक निर्धारित किया गया है, जहां मंगलवार को निगम की भवन शाखा की टीम ने नापजोख की कार्रवाई शुरू कर दी। सड़क निर्माण के लिए चिन्हित क्षेत्र में आने वाले मकानों, दुकानों और स्थायी संरचनाओं की माप-जोख कर यह तय किया जा रहा है कि कौन-से निर्माण वैध हैं और कौन-से अतिक्रमण की श्रेणी में आते हैं। इस प्रक्रिया में निगम की टीम ने संबंधित भवन मालिकों और व्यवसायियों से उनके संपत्ति के दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं होंगे, उनके निर्माण को नियमानुसार हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
ट्रैफिक की व्यवस्था होगी दुरुस्त
मानसी लॉज, चिंगराजपारा मार्ग से लेकर रपटा तक कई पुराने मकान और दुकानें सड़क निर्माण की सीमा में आ रही हैं। निगम अधिकारियों का कहना है कि यह सड़क भविष्य में ट्रैफिक का मुय मार्ग बनने वाली है, इसलिए निर्माण कार्य में किसी प्रकार की बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बेजा कब्जा हटाने की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ की जा रही है, जिससे वास्तविक मालिकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। फिलहाल, निगम दस्तावेजों की जांच के बाद वैध और अवैध कब्जे की सूची तैयार कर रहा है। अवैध कब्जों पर जल्द ही बुलडोजर चलाकर सड़क निर्माण के लिए रास्ता तैयार किया जाएगा।
सड़क बनाने नापजोख का शुरू हुआ काम
मानसी लॉज से रपटा तक अब सड़क निर्माण में बाधा डालने वाले अतिक्रमण को हटाने इस क्षेत्र में नापजोख किया जा रहा है। अपोलो चौक से लेकर रपटा तक 80 फीट चौड़ी सड़क बनेगी। कुछ दूर तक कब्जा हटाकर सड़क निर्माण का कार्य शुरू कराया गया है। अब बचे हुए क्षेत्र में नापजोख कर दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। – सुरेश शर्मा, भवन शाखा अधिकारी, नगर निगम, बिलासपुर