जमीन की रजिस्ट्री की नई प्रक्रिया बिलासपुर जिले में 20 मई से शुरू की गई है। इससे रजिस्ट्री के साथ ही तत्काल नामांतरण की बड़ी सुविधा जिले को मिल गई है। यह सुविधा शुरू होने के बाद लोगों को अब पुरानी प्रणाली से छुटकारा मिल गया है। हालांकि सॉफ्टवेयर में परिवर्तन के कारण शुरुआती दिक्कत बनी हुई है, पर इसे कार्य के दौरान ही तकनीकी टीम द्वारा दूर भी किया जा रहा है। सोमवार से रजिस्ट्री कार्य मे और तेजी आने की संभावना है।
CG Registry News: नामांतरण के लिए अलग से आवेदन नहीं
संपत्ति की रजिस्ट्री होने के बाद, क्रेता का नाम राजस्व रिकॉर्ड में स्वत: अपडेट हो रहा है। नामांतरण के लिए अलग से आवेदन देने, शुल्क जमा करने या लंबी प्रतीक्षा करने की आवश्यकता अब नहीं है। रजिस्ट्री होने के बाद भुइयां सॉफ्टवेयर में खरीदने वाले का नाम दर्ज हो रहा है और विक्रेता को साथ में एक
सर्टिफिकेट, बी-वन आदि प्रमाण पत्र भी रजिस्ट्री पेपर के साथ दिए जा रहे हैं। बॉयोमीट्रिक थंब मशीन से ही आधार कार्ड वेरीफाई की सुविधा भी रजिस्ट्री के दौरान शुरू हो गई है। तत्काल नामांतरण से लोगों के जमीन संबंधी आगे के कार्य भी नहीं अटकेंगे।