पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर देशभर में विदेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की जद्दोजहद शुरू हो गई है, ताकि देश में शांति व्यवस्था बनी रहे। इसी कड़ी में जिले में भी इसे लेकर रविवार से विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया गया है।
एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देशन व एएसपी राजेन्द्र कुमार जायसवाल के नेतृत्व में रविवार को तोरवा, तारबाहर, सिविल लाइन, सरकंडा और सिरगिट्टी थाना क्षेत्रों में विशेष रूप से गुंडे-बदमाशों और बाहरी राज्यों से आए व्यक्तियों की गहन जांच की गई। चेकिंग अभियान के तहत 300 से अधिक संदिग्धों को थानों में लाकर उनकी पहचान, निवास स्थान, दस्तावेजों और गतिविधियों का विधिवत परीक्षण किया गया। इसके अलावा, इन क्षेत्रों में सक्रिय 20 से अधिक गुंडे-बदमाशों की भी पूरी तस्दीक की गई।
Pahalgam Terrorist Attack: दस्तावेजों का वेरिफिकेशन और फिंगरप्रिंट जांच
चेंकिंग के दौरान जिन व्यक्तियों के पास उचित दस्तावेज उपलब्ध नहीं थे या जिनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं, उनके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही संदिग्धों के फिंगरप्रिंट्स लेकर डाटाबेस से मिलान भी शुरू कर दिया गया है। सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध पुलिस: एसएसपी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह का कहना है कि पुलिस नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अपराधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन गंभीरता से करें और सतत निगरानी बनाए रखें।
संदिग्ध नजर आए तो करें सूचित
बिलासपुर पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि यदि उनके आसपास किसी संदिग्ध व्यक्ति अथवा गतिविधि की जानकारी मिलती है तो वे तुरंत नजदीकी थाना या डायल-112 के माध्यम से पुलिस को सूचित करें।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, मिदनापुर जिले के मिले ज्यादा संदिग्ध
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अधिकतर संदिग्ध पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, मिदनापुर व उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आकर रह रहे हैं। इन संदिग्धों से गहन पूछताछ कर उनके आपराधिक रिकॉर्ड की पड़ताल आईसीजेएस पोर्टल यानी इंटर ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के माध्यम से की जा रही है।