आपको बता दें कि तुर्किये की कंपनी ‘असिस गार्ड’ पर आरोप है कि, उसके द्वारा बनाए गए ड्रोन हाल ही में भारत विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल हुए हैं। ये जानकारी सामने आने के बाद प्रदेश में विवाद गहराने लगा। एमपी में विवाद गहराने का कारण ये है, क्योंकि यही कंपनी मौजूदा समय में मध्य प्रदेश की राजधानी
भोपाल और आर्थिक नगरी
इंदौर की मेट्रो परियोजना में डिजिटल प्रणाली के काम संभाल रही है।
यह भी पढ़ें- रेलवे टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का प्रचार, पीएम मोदी की फोटो पर कांग्रेस के सवाल, भाजपा ने किया पलटवार कैबिनेट मंत्री का स्पष्ट संदेश
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘अधिकारियों को इस मामले की गहन और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए हैं। अगर ये प्रमाणित होता है कि, कंपनी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भारत विरोधी तत्वों से संबंध है या उसके उत्पादों का उपयोग भारत की सुरक्षा के खिलाफ हुआ है तो कंपनी का अनुबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाएगा।’ विजयवर्गीय ने स्पष्ट रूप से कहा, ‘हम राष्ट्र के सम्मान, सुरक्षा और आत्मगौरव के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।’