हालांकि एसटीएफ ने केस से जुड़े संदिग्धों के ओडिशा, दिल्ली, हरियाणा सहित देशभर के कई ठिकानों पर छापे मारे। इसमें फर्जी कंपनियों के ट्रांजेक्शन में 145 संदिग्ध खातों की जानकारी मिली है। इनमें 1.88 अरब रुपए होल्ड भी कराए हैं। बता दें, कंपनी बॉट-ब्रो सॉफ्टवेयर के जरिए मेटा-5 अकाउंट में ट्रेडिंग करा 6 से 8% प्रतिमाह मुनाफे का लालच देकर निवेश कराती थी। इसके लिए यॉर्कर एफएक्स व यॉर्कर कैपिटल नामक फर्जी फर्म भी बनाई थी।
निवेशकों से छलावा
एसटीएफ ने बताया कि इस गैंग का पर्दाफाश होने के बाद भी ठगी का काला कारोबार बदस्तूर चलता रहा। एसटीएफ ने फर्जी वेबसाइट का खुलासा किया तो गैंग ने नई फर्जी वेबसाइट बना ली। पुराने लोगों से रुपए ऐंठने के बाद लोगों से यह कहा कि नई वेबसाइट पर रजिस्टर करने से पुराना बैलेंस भी दिखेगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों को ठगने के लिए पांच नई लिंक बनाकर पहले की तरह ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, टेलीग्राम और वाट्सऐप ग्रुप में भेजे जा रहे हैं।
असम में 1000 लोगों से 200 करोड़ की ठगी, केस दर्ज
यॉर्कर एफएक्स, यॉर्कर कैपिटल, बॉट- ब्रो के खिलाफ निवेश के नाम पर ठगी के मामले में यूपी, असम, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश समेत कुल ७ राज्यों में केस दर्ज हुए हैं। असम के साउथ सलामरा थाने में 1000 लोगों से 200 करोड़ रुपए की ठगी का मामला इसी साल दर्ज किया गया। पत्रिका अलर्ट: सोशल मीडिया पर इन लिंक से रहें सावधान
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