कांग्रेस ने एमपी के लिए जिलाध्यक्षों की सूची शनिवार को जारी की। इसमें 10 एससी-8 एसटी, 11 ओबीसी, 3 अल्पसंख्यकों और 4 महिलाओं को जिलाध्यक्षों का दायित्व दिया गया है। नए जिलाध्यक्षों के नामों पर प्रदेशभर में जमकर बवाल मच रहा है। कई जिलाध्यक्षों का तो खुलकर विरोध किया जा रहा है।
सतना, गुना, बुरहानपुर, रीवा, डिंडोरी, देवास, इंदौर आदि जिलों में नए जिलाध्यक्षों के विरोध के सुर उठे हैं। रीवा में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अशफाक अहमद ने मुस्लिम वर्ग को अपेक्षित प्रतिनिधित्व न देने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया है। इंदौर में शहर अध्यक्ष चिंटू चौकसे और जिला अध्यक्ष विपिन वानखेड़े का विरोध किया जा रहा है। संभागीय प्रवक्ता सन्नी राजपाल ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं महिला कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष साक्षी शुक्ला डागा ने सोशल मीडिया पर इन नियुक्तियां का खुलकर विरोध किया है। देवास के युवा नेता गौतम बंटू गुर्जर ने भी कांग्रेस की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है।
बवाल को थामने की कोशिश
एमपी कांग्रेस में जिलाध्यक्षों पर मचे बवाल को थामने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुए कहा है कि हमारा सिर्फ एक लक्ष्य है कि 2028 में कांग्रेस सरकार बनाना है। उन्होंने नाराज नेताओं को नई जिम्मेदारी देने की भी बात कहते हुए बढ़ते असंतोष को काबू में करने की कोशिश भी की है।
वंचित साथियों को शीघ्र ही नई जिम्मेदारी दी जाएगी
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस संबंध में ट्वीट किया। उन्होंने अपने एक्स हेंडल पर लिखा- कांग्रेस परिवार के जांबाज साथियों,
अब हमें मिलकर #संगठनसृजनअभियान के अगले पड़ाव की ओर कदम बढ़ाना है! #कांग्रेस के विचार और संस्कार को जन-जन तक, पंचायतों तक लेकर जाना है! सभी के सर्वश्रेष्ठ योगदान से ही सशक्त संगठन मप्र में कांग्रेस की पहचान है! संगठन निर्माण की इस प्रकिया में चयन से वंचित रहे साथियों को शीघ्र ही नई जिम्मेदारी दी जाएगी! अगले मोर्चे के लिए भी हमें जी-जान से जुटकर तैयारी करनी है! जन-मन/घर-घर तक कांग्रेस की रीति-नीति को पहुंचाना है! सिर्फ एक लक्ष्य कि 2028 में कांग्रेस सरकार बनाना है!
एक बार पुन: बधाई और अग्रिम शुभकामनाएं! @INCMP| हम #लड़ेंगे, हम #जीतेंगे!