बीते हफ्ते ही निगम की 200 से अधिक निर्माण कार्य स्थलों पर हाईटेक ड्रोन की तैनाती कर दी है, जो साइट पर कामों की लाइव स्थिति बताते हैं। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए इस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। ड्रोन से भी कामों पर नजर रखी जाएगी।
दूसरे राज्यों से भी लाएंगे काम, मिलेगा लाभ
निगम सरकार के सामने भी एक प्रस्ताव रखने वाला है, जिसमें निगम द्वारा किए जाने वाले कामों को चिह्नित किया जा सकता है, ताकि गुणवत्ता व निगम के पास कामों की निरंतरता बनी रहे। इसके साथ ही उच्च प्रबंधन इस बात पर भी जोर दे रहा है कि निगम के निर्माण कार्यों में उसकी भागीदारी और बढ़े, ऐसा करने से सरकार द्वारा कराए जा रहे कामों की प्रगति में तेजी तो आएगी ही, अलग-अलग एजेंसियों काम कराने से गुणवत्ता बेहतर होगी। फायदा सरकार-जनता को होगा। निगम के अफसर विभागों से इसके लिए संपर्क कर रहे हैं।
मैन पावर कम इसलिए ड्रोन की लेंगे मदद
निगम के प्रबंध संचालक सिबि चक्रवर्ती का कहना है कि मौजूदा समय में मैनपावर की भारी कमी से जूझना पड़ रहा है, जो है वह तकनीकी रूप से पूरी तरह दक्ष नहीं है। उनको दक्ष बना रहे हैं। इसकी कमी पूरी होने तक साइडों की निगरानी में ड्रोन की भी मदद ले रहे हैं। निगम के पास प्रदेश में चल रहे कामों की स्थिति अन्य एजेंसियों की तुलना में अच्छी बताई जा रही है। यह निगम सरकारी एजेंसियों, उपक्रमों के लिए भवनों से लेकर अधोसंरचनात्मक काम कराता है।