मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्व सहायता समूह से जुड़े परिवारों की आय में वृद्धि के लिए क्लस्टर आधारित गतिविधियों की प्लानिंग पर फोकस किया जा रहा है। मिशन की मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षिका सिंह ने मिशन के कार्यों की समीक्षा गूगल मीट के माध्यम से की।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने काम में कोताही बरतने वाले जिलों के मिशन स्टाफ को सख्त लहजे में सचेत किया। उन्होंने साफ शब्दों में चेताया कि काम की प्रगति में सुधार नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी।
सीईओ हर्षिका सिंह ने बालाघाट, छतरपुर, छिदंवाड़ा, गुना, खरगोन, रीवा, कटनी, मऊगंज, राजगढ, सीधी, खण्डवा, उमरिया, सागर, रायसेन, विदिशा, मण्डला जिलों के मिशन स्टॉफ को शीघ्र कार्य पूर्ण कर अद्यतन स्थिति लोकोस में दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोकोस में कम प्रगति होने, समूहों के बैंक खाते नहीं खोलने, समूहों के सीआईएफ रोटेशन की प्रगति कम,नेतृत्व परिवर्तन तथा समूहों, संगठनों के दस्तावेज अद्यतन न होने पर नाराजगी जताई।
5 वरिष्ठ अधिकारियों पर गिरी गाज
समीक्षा के दौरान खरगौन, छतरपुर, रीवा, दमोह और कटनी जिलों में अपेक्षाकृत प्रगति नहीं पाई गई। मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षिका सिंह ने इन पांचोें जिलों के जिला प्रबंधकों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। 5 जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी करने की सूचना पर विभाग में हड़बड़ी का आलम है।