Heavy Rainfall in MP: मध्यप्रदेश के नदी-नाले उफान पर आ गए हैं, कई जिले बाढ़ की चपेट में है। कई लोग बेघर हो गए हैं, वहीं कई लोग बाढ़ में घिर गए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड के साथ ही सेना को बुला लिया गया है। अब तक 2900 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जहां से भी लोगों के फंसे होने की सूचना आ रही है, वहां बचाव दल आपरेशन चला रहे हैं।
इस बीच, बाढ़ के हालातों का जायजा लेने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव अचानक भोपाल में बनाए गए आपदा नियंत्रण कक्ष (स्टे कमांड सेंटर) पहुंचे। जहां उन्होंने भारी बारिश से निर्मित परिस्थिति और जन सुरक्षा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के साथ हालातों की समीक्षा की। सीएम ने सभी अफसरों को कहा कि जान-माल की सुरक्षा सर्वोपरि है। सभी को सुरक्षित निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मध्यप्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के बाद कई जिलों में बाढ़ आ गई है। इसे देखते हुए भोपाल में आपदा प्रबंधन सेंटर बनाया गया है, जहां पर पूरे प्रदेश की स्थिति की समीक्षा की जा रही है। इसी सिलसिले में बुधवार को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव भी इस सेंटर पहुंच गए। उन्होंने ताजा स्थिति और बचाव कार्य की समीक्षा की। साथ ही सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए कि प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मोहन यादव ने मुख्य सचिव अनुराग जैन, डीजीपी कैलाश मकवाना, स्पेशल डीजी आपदा प्रबंधन प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव समेत अन्य अफसरों के साथ बैठक भी की।
आज पुलिस मुख्यालय के स्टेट कमांड सेंटर से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अतिवर्षा से उत्पन्न बाढ़ एवं जन सुरक्षा प्रबंधन की समीक्षा की।
प्रदेश में अब तक जलमग्न क्षेत्रों से 2,900 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। सभी को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। दो जिलों के लिए केंद्र… pic.twitter.com/AkGdOzyq8C
मोहन यादव ने अधिकारियों से पूछा कि किसी प्रकार के संसाधनों की कमी तो नहीं है, इस पर उन्हें बताया गया कि सभी संसाधन उपलब्ध हैं और प्रशासन के साथ-साथ ग्रामीणों और सिविल सोसायटी से भी मदद ली जा रही है। सीएम ने वीडियो कॉल के जरिए बाढ़ पीड़ितों से भी बात की। मोहन यादव ने उन्हें कहा कि आप चिंता न करे, सरकार हर संभव कदम उठा रही है। किसी भी पीड़ित के घर, सामान, फसल, पशु की हानि हुई है, उसकी भरपाई सरकार करेगी।
फील्ड में रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी जिलों के कलेक्टरों के साथ एक वीडियो कांफ्रेंसिंग भी की, जिसमें उन्होंने निर्देश दिए कि सभी अफसर फील्ड में ही रहें। किसी प्रकार की लापरवाही या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि जिलों को लगता है कि भोपाल से उन्हें किसी प्रकार की सहायता की जरूरत है तो वे तत्काल बता सकते हैं, भोपाल से हर संभव मदद भेज दी जाएगी।
मदद करने वालों का सम्मान करेगी सरकार
मोहन यादव ने सभी कलेक्टर से कहा कि बाढ़ का पानी कम होते ही जल्द से जल्द सर्वे करवा लें, जिन प्रभावितों का नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजे का प्रस्ताव तैयार करें। साथ ही बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित निकालने वाले लोगों की सूची भी बना लें, ऐसे साहसी, परोपकारी और मददगार लोगों को सरकार 15 अगस्त को सम्मानित करेगी।
कहां-कहां चल रहा है बचाव कार्य
मध्यप्रदेश के ग्वालियर संभाग के गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर संभाग के सागर, दमोह, छतरपुर, भोपाल संभाग के विदिशा और रायसेन जिले में बाढ़ एवं राहत कार्य चल रहा है। सीएम ने इन सभी रेस्क्यू आपरेशन का अवलोकन भी लाइव किया। यादव ने कहा कि चिंता न करें, बाढ़ में जो भी लोग फंसे हुए हैं, उन्हें हेलीकाप्टर के जरिए सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
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