मेरा मकान तोड़ा तो 20 साल में बीजेपी नेताओं ने जो मकान बनवाए उनको भी गिरवाऊंगा…बिफरे पूर्व विधायक
जीतू पटवारी ने मीडिया की सुर्खियों में आने के लिए अशोकनगर की घटना को गलत ढंग से प्रस्तुत किया। उनका यह कृत्य निश्चित रूप से गैरकानूनी था। सार्वजनिक रूप से यह झूठी बात कही गई कि युवक को मल खिलाया गया है। इस तरह की घटनाएं अगर होती भी हैं, तो पीड़ित की पहचान उजागर नहीं की जाती, क्योंकि इससे उसके साथ-साथ उसका पूरा परिवार प्रभावित होता है। जीतू पटवारी ने इस तरह की झूठी खबर फैलाकर न सिर्फ कानून अपने हाथ में लिया, बल्कि प्रदेश का सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की भी कोशिश की। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने की जानकारी जब गजराज व रघुराज को लगी, तो उन्होंने अशोकनगर कलेक्टर को शपथपत्र देकर यह स्पष्ट किया कि उनके साथ सिर्फ मारपीट हुई थी, मानव मल खिलाए जाने जैसी कोई बात नहीं हुई। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उन्हें मोटरसाइकिल व पैसों का लालच दिया था।विश्वास सारंग ने कहा कि यदि जीतू पटवारी वास्तव में संविधान का सम्मान करते हैं, तो एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्हें स्वयं गिरफ्तारी देना थी। कांग्रेस यह माहौल बना रही थी कि हमें रोका जा रहा है। अधिकारियों को धमका रहे हैं कि हमारी सरकार आएगी, तब तुम्हें देख लेंगे। धमकाने और चमकाने की ऐसी ही राजनीति कमलनाथ ने भी की थी और कांग्रेस 114 से घटकर 63 पर आ गई। मंत्री सारंग ने कहा कि मैं ये दावा करता हूं, पहले तिहाई में थे, फिर दहाई में पहुंचे और अगर कांग्रेस के नेता ऐसी ही बातें करते रहे, तो 10 तक भी नहीं पहुंच पाएंगे, इकाई में ही सिमट जाएंगे।