प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, ठगों ने वृद्ध महिला को डराया कि उनके बैंक खाते में आधार कार्ड के जरिए 6 करोड़ 80 लाख रुपए हवाला की रकम जमा हुई है। इसके लिए मुंबई आना होगा। फिलहाल वह डिजिटल अरेस्ट हो गई है। जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।
एफडी तुड़वाकर 22 लाख दिए
टीआई ने बताया कि डरी हुई बुजुर्ग महिला ने उसी दिन पोस्ट ऑफिस जाकर एफी तुड़वा लिया और 22 लाख रुपए दो बार में आरटीजीएस के ज़रिए ठगों के बताए खाते मेंट्रांसफर कर दिया। दूसरे दिन आरोपियों ने और पैस मांगे। तब बुजुर्ग महिला ने अपने भांजे प्रतुल दास से बात कराने को कहा। भांजा से बात होने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ।
ठगों ने और पैसे मांगे तब भांजे को बताई
पद्मनाभपुर टीआई राजकुमार लहरे ने बताया कि 3 जुलाई को सुभाषिनी जैम्स अपने भांजे के साथ थाने में शिकायत करने आई। उन्होंने बताया कि 1 जुलाई को सुबह 9 बजे अनजान मोबाइल नंबर से एक व्हाट्सऐप कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस स्टेशन का सीबीआई अधिकारी बताया और कहा कि उनके बैंक खाते में आधार कार्ड के जरिए 6 करोड़ 80 लाख रुपए हवाला की रकम जमा हुई है। इसके कारण उन्हें इन्वेस्टीगेशन के लिए मुंबई आना होगा अन्यथा गिरफ्तारी हो सकती है। उसने ठगों से कहा कि वह बुजुर्ग हैं और
छत्तीसगढ़ से मुंबई नहीं आ सकती, तो आरोपियों ने वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति को पुलिस की वर्दी में दिखाकर विश्वास दिलाया कि वह उनकी मदद करेगा। उनके पर्सनल जानकारी मांगे। इसके बाद वृद्ध महिला से पोस्ट ऑफिस में अपने फिक्स डिपॉजिट की जानकारी दी। ठगों ने उन्हें पोस्ट ऑफिस की एफडी तोड़कर इंडसइंड बैंक के एक खाते में रकम ट्रांसफर करने को कहा।
मामले में पद्मनाभुर थाना में प्रकरण दर्ज किया गया है। जल्द ही टीम बनाकर आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। साइबर अपराधी तरह- तरह के हथकंडे अपना कर भोले-भाले और वरिष्ठ नागरिकों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी कॉल या संदेश पर भरोसा न करें और तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं। – विजय अग्रवाल, एसएसपी