सदन के निर्णय के विपरीत कार्य के लिए स्थल परिवर्तन कर लेने से पार्षद खासे नराजा हैं। वे इसे सदन की गरिमा के विपरीत मान रहे हैं, और इस पर सदन में चर्चा करना चाहते हैं। इसीलिए सभापति से विशेष बैठक बुलाने की मांग कर रहे हैं।
स्थल किया गया परिवर्तन
किसी प्रकार का विवाद होने पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने और बीएसपी के प्रवर्तन अनुभाग से भी सहयोग लेकर निर्माण कार्य को पूर्ण कराए जाने की बात कही गई थी। सदन के फैसले के बाद भी उक्त स्थल पर निर्माण कार्य न कराकर शौचालय को स्थल परिवर्तन कर अन्यत्र किया जा रहा है। यह सामान्य सभा के निर्देश की अवमानना है। उक्त स्थल पर शौचालय निर्माण के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र ने अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है। इस विषय में जरूरी चर्चा के लिए छत्तीसगढ़ नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 के धारा 30 के तहत नगर निगम की विशेष सभा बुलाने की मांग की गई है।
28 लाख से तैयार किया जाना है
नगर निगम,
भिलाई ने करीब 400 पेज तैयार करने के बाद इस योजना के तहत पहला शौचालय बनाने का काम शुरू किया गया था। निगम ने बीएसपी से इसके लिए एनओसी भी लिया है। इसे 28 लाख की लागत से तैयार किया जाना था। 23 सितंबर 24 को इसके खिलाफ कुछ ने शिकायत की थी। 30 नवंबर 24 को काम रोका गया।
कलेक्टर ने जांच कमेटी गठित की। कमेटी ने जांच प्रतिवेदन में कहा कि शौचायल से मंदिर 25 मीटर दूर है। इस वजह से निर्माण किया जा सकता है। तब निगम ने 23 अक्टूबर 2024 को इसके निर्माण के लिए पुलिस बल की मांगा की थी। आखिर पुलिस बल नहीं मिला और 8 मार्च 25 को तोड़फोड़ किया गया।
8 लाख से अधिक हो गया खर्च
पुलिस प्रशासन से सुरक्षा को लेकर मदद नहीं मिल पाने की वजह से केंद्र की योजना के तहत दुर्ग जिले में पहले आधुनिक शौचालय का मामला अधर में है। शौचालय की बुनियाद और दीवार में करीब 8 लाख का काम हो चुका है। 28 लाख में से 8 लाख इसमें लग चुका है। अब नए जगह पर निर्माण किया जाता है, तो 20 लाख में काम को पूरा करना होगा। सभापति को पत्र सौंपने के मौके पर एमआईसी सदस्य सीजू एंथोनी, लालचंद वर्मा, केशव चौबे, चंद्रशेखर गवई, नेहा साहू, आदित्य सिंह, साकेत चंद्राकर, सेवन कुमार, के जगदीश राव आदि मौजूद थे। पार्षदों ने निगम की विशेष सभा बुलाने के लिए सोमवार को दोपहर बाद पत्र दिया है। बोरिया मार्केट में शौचालय के विषय पर यह सभा बुलाने मांग की गई है। – गिरवर बंटी साहूसभापति, नगर निगम, भिलाई