बारिश के दौरान शहर में दो जगहों पर पेड़ गिरने की घटनाएं भी सामने आई है। शाहपुर ब्लॉक में झोली के भडंगा नदी में बाढ़ से भौंरा-चोपना मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है। औरा क्षेत्र में 2 दिन दिन से लगातार चौबीस घंटे हो रही बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। लोगों के घरों की छत से पानी टपकने लगा है।
भाड़ंगा नदी में उफान से यात्री बसें बंद
वही भौंरा से चोपना, सारनी के बीच चलने वाली यात्री बसे धर्मपुर, झोली के बीच पड़ने वाली भाड़ंगा नदी के उफान पर आने से दो दिन से बंद है। दो दिन से बसों का आवागमन बंद होने से चोपना क्षेत्र के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वही कई यात्री आवश्यक होने पर चोपना से शाहपुर होकर लंबी दूरी की यात्रा करने को मजबूर है। धपाड़ा के रतनस्वरूप बारसे ने बताया कि भडगा नदी के रपटे की उपर से पानी बहने से भौंरा से चोपना, सारनी, घोड़ाडोंगरी के बीच चलने वाली यात्री बसे बंद हो गई है।
अवागमन रहा बंद
धपाड़ा, सातलदेही, पूंजी सहित अन्य गांव के लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहा। दो दिन से लगातार हो रही बारिश से सातलदेही के पास लोहार नदी भी उफान पर है। इधर ढोडरामहू से भौरा के बीच भी चलने वाली बस बारिश की वजह से प्रभावित हुई है। वहीं लोगों के काम भी प्रभावित हुए हैं।
पहली बार माचना डैम हुआ ओवर फ्लो
48 घंटों से जारी बारिश के चलते माचना नदी में ऊफान आने से सोमवार सुबह विवेकानंद वार्ड स्थित माचना डैम ओवर फ्लो हो गया। वर्षाकाल के दौरान पहली बार डैम ओवर फ्लो हुआ है। बताया गया कि मई के अंतिम सप्ताह में माचना डैम के सूखने के कारण पानी की सप्लाई बंद हो गई थी। जिसके बाद नगरपालिका ने डैम का गहरीकरण का काम शुरू कराया था। वहीं डैम में पानी नहीं होने पर शहर में दो दिन के अंतराल से पेयजल सप्लाई की गई थी, लेकिन बीते दो दिनों से जारी बारिश से माचना डैम में अब उफान आ गया है। जिसके चलते नगरपालिका ने पुनः एक दिन के अंतराल से पेयजल सप्लाई करने का निर्णय लिया है। बताया गया कि नगरपालिका ने पहले ही डैम के दो गेट खोल रखे हैं। जिससे डैम में मौजूद गाद और कचरा निकल सके।
सारनी में भी हालात खराब
सारनी नगरी क्षेत्र में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से क्षेत्रवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार रात 11 बजे कोयलांचल नगरी शोभापुर के वार्ड-31 में नाले के पानी के बहाव में रिटर्निंग वॉल और लगभग 50 मीटर सड़क बह गई। सड़क का जार्णोद्धारा कुछ माह पूर्व ही कायाकल्प अभियान के तहत हुआ था। जहां रिटर्निंग वाल धराशाई हुई वहां दर्जनों लोग निवास करते हैं, हालांकि जान माल की हानि नहीं हुई है। वार्डवासियों का आवागमन प्रभावित है। सुबह मुख्य नगर पालिका अधिकारी और इंजीनियर कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंचे। क्षतिग्रस्त एरिया को बेरिकेड लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया है। नाले के पास रहने वाले वार्ड वासियों को नपा ने सुरक्षित स्थान मंगल भवन में शिफ्ट किया है।
पेड़ गिरने घटनाओं में आई तेजी
बारिश के दौरान शहर में पेड़ गिरने की घटनाएं भी सामने आई है। मंगलवार सुबह 11 बजे के दरमियान कलेक्ट्रेट मार्ग स्थित एमएलबी स्कूल की बाउंड्रीवॉल के अंदर लगा पेड़ जड़ से उखड़कर गिर गया। पेड़ गिरने से स्कूल की बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं बिजली के तार भी टूटकर जमीन में आधे घंटे तक पड़े रहे। स्कूल द्वारा सूचना देने के बाद विद्युत कंपनी की टीम मौके पर पहुंची और लाइन को बंद कर सुधार कार्य शुरु किया। इधर, हमलापुर में डिपो रोड पर भी एक पेड़ अचानक से जड़ सहित उखड़कर सड़क पर गिर गया। जिससे सडक़ पर खड़ी एक कार पेड़ की चपेट में आ गई। इससे कार क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा अन्य जगहों से भी पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आना बताई जाती है।