लोग ऐसा क्यों मानते हैं?
कुछ लोगों का मानना है कि थूक में ऐसे एंजाइम और प्रोटीन होते हैं जो बैक्टीरिया से लड़ सकते हैं और सूजन कम कर सकते हैं। इसलिए अगर थूक को पिंपल्स पर लगाया जाए, तो वो जल्दी ठीक हो सकते हैं। लेकिन ये बात सिर्फ मान्यता है, इसका कोई ठोस वैज्ञानिक आधार नहीं है।
थूक लगाने से क्या हो सकता है नुकसान?
लोग मानते हैं कि थूक साफ होता है, लेकिन इसमें कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस होते हैं। थूक में मौजूद एसिड और एंजाइम्स स्किन की नमी छीन सकते हैं और जलन या खुजली पैदा कर सकते हैं। अगर स्किन पहले से ही ब्रेकआउट या दाने से परेशान है, तो थूक लगाने से इंफेक्शन बढ़ सकता है। बच्चों को जो ‘ड्रूल रैश’ होता है, वो इसी कारण से होता है। ज्यादा थूक से स्किन लाल और रूखी हो जाती है।
क्या थूक में कोई फायदा होता है?
थूक में थोड़ी बहुत एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाली) खासियत हो सकती है, लेकिन वो सिर्फ मुंह के अंदर काम करती है। चेहरे की स्किन पर इसका कोई ठोस असर नहीं देखा गया है।
लोग और क्या-क्या लगाते हैं?
कई लोग पिंपल पर नीम, टूथपेस्ट, हल्दी, सिरका जैसे घरेलू नुस्खे आजमाते हैं, लेकिन जब इनसे राहत नहीं मिलती, तब अंत में डॉक्टर के पास ही जाना पड़ता है।
पिंपल्स का सही इलाज क्या है?
पिंपल्स और स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा पाने के लिए सबसे बेहतर तरीका है कि आप किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें। वो आपकी स्किन के हिसाब से दवा और क्रीम बताएंगे, जो वाकई असरदार होंगी।