Beauty Tips: सावन में चेहरे की रौनक बढ़ाएं, घर पर लगाएं चंदन, हल्दी और मुल्तानी मिट्टी से बना यह नेचुरल फेसपैक
Beauty Tips: इस सावन स्किन को नेचुरली ग्लोइंग और फ्रेश बनाए रखने के लिए चंदन, हल्दी और मुल्तानी मिट्टी का फेसपैक बेहद फायदेमंद हो सकता है।आइए जानें कि इस सावन इस फेसपैक से अपनी त्वचा को कैसे निखारा जा सकता है।
Beauty Tips: सावन के आते ही महिलाओं में एक अलग ही उत्साह दिखाई देने लगता है। वे बड़ी खुशी से इस त्यौहार को मनाने में जुट जाती हैं, चाहे वो नए कपड़े पहनना हो या फिर नए पकवान बनाना। वे इस त्यौहार को बड़े उल्लास के साथ मनाती हैं। लेकिन इस भाग-दौड़ और काम की थकान में वे अपने चेहरे का ध्यान नहीं रख पातीं, और इस नमी भरे मौसम में हमारी त्वचा अक्सर ऑयली हो जाती है, पोर्स बंद हो जाते हैं और पिंपल्स या फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
ऐसे में प्राकृतिक तरीके से स्किन को साफ और चमकदार बनाए रखना जरूरी है। इस मौसम में अगर आप भी ग्लोइंग और रिफ्रेशिंग स्किन चाहती हैं, तो चंदन, हल्दी और मुल्तानी मिट्टी का फेसपैक इस्तेमाल कर सकती हैं। मुल्तानी मिट्टी गहराई से तेल और गंदगी को सोखकर पोर्स को टाइट करती है, ब्लैकहेड्स और स्किन टोन को बैलेंस करती है। वहीं चंदन में एंटी‑इंफ्लेमेटरी और एंटी‑बैक्टीरियल गुण होते हैं जो जलन, सूजन और पिंपल्स को कम करते हैं। आइए जानें कि इस सावन इस फेसपैक से अपनी त्वचा को कैसे निखारा जा सकता है।
चंदन, हल्दी और मुल्तानी मिट्टी के फेसपैक के फायदे
स्किन की डीप क्लींजिंग
मुल्तानी मिट्टी की डीप क्लींजिंग शक्ति चेहरे से अतिरिक्त तेल, गंदगी और डेड स्किन सेल्स को हटाती है, जिससे पोर्स खुलते हैं और त्वचा को ताजगी के साथ स्मूद टेक्सचर मिलता है।
मुंहासों और पिंपल्स से राहत
मुल्तानी मिट्टी और चंदन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो अतिरिक्त तेल को हटाकर मुंहासों की समस्या को कम करते हैं। इससे त्वचा जवां और स्मूद दिखती है।
त्वचा की रंगत में सुधार
हल्दी और चंदन त्वचा की रंगत को निखारने में मदद करते हैं, जिससे दाग-धब्बे और पिग्मेंटेशन कम होते हैं। यह पुरानी, डार्क त्वचा को हटाकर नई, साफ और हेल्दी त्वचा लाने में मदद करता है। हल्दी और चंदन में मौजूद स्किन लाइटनिंग तत्व त्वचा की पिग्मेंटेशन को धीरे-धीरे कम करते हैं
एक्सफोलिएशन और पोर्स में सुधार
मुल्तानी मिट्टी डेड त्वचा कोशिकाओं को हटाकर त्वचा को साफ करती है और पोर्स को टाइट करने में मदद करती है, जिससे त्वचा तरोताजा और जवां दिखती है।
सूजन कम करना
यह त्वचा को ठंडक देता है, जिससे सनबर्न से राहत मिलती है और त्वचा का रंग साफ़ व निखरा हुआ लगता है।
फेसपैक बनाने का तरीका
यह मास्क बनाने का तरीका बहुत सरल है। सबसे पहले एक साफ कटोरी में दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी, एक चम्मच चंदन पाउडर और आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएँ। इन तीनों को गुलाबजल या दूध के साथ इतनी मात्रा में गाढ़ा पेस्ट बनाते हुए मिलाएं कि वह चेहरे पर अच्छी तरह टिक सके। फिर इस मिक्सचर को चेहरे और गर्दन पर समान रूप से लगाएं और करीब 10-15 मिनट तक रखें। जब पेस्ट थोड़ा सूख जाए और ठंडा महसूस हो, तो इसका मतलब है कि इसका क्लेंज़िंग और टाइटनिंग असर शुरू हो चुका है। अब गुनगुने पानी से हल्की मसाज करते हुए चेहरा धोकर पोंछ लें और अंत में हल्का मॉइस्चराइजर लगाएं।इस घरेलू मास्क को हफ्ते में 1-2 बार प्रयोग करने से आयल कंट्रोल, पिंपल्स और सूजन में आराम, पोर्स टाइटनिंग, पिग्मेंटेशन कम होना, और त्वचा पर ठंडक और ग्लो जैसे फायदे एक साथ मिलते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।