राजस्व खुफिया निदेशालय जयपुर व मुंबई की टीम ने मई 2024 में बाड़मेर के रामसर थाना क्षेत्र में दबिश देकर खारा राठौड़ान के कोटडिय़ों का तला सरहद में रेतीले धोरों के बीच दबिश देकर एक फैक्ट्री पकड़ी थी। यह कार्रवाई फैक्ट्री में बनी एमडी ड्रग्स मुंबई में पकड़ी जाने के बाद हुई थी। उस दौरान टीम को मादक पदार्थों की बरामदगी नहीं हो पाई थी, लेकिन मशीनरी व अन्य केमिकल बरामद हुए थे। पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर – नरेंद्रसिंह मीना ने बताया कि सेड़वा थाना क्षेत्र में धोरों के बीच एमडी ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस की कार्रवाई चल रही है। एनसीबी को बुलाया है।
पुलिस ने बताया कि एमडी ड्रग्स बनाने वाले लोग महाराष्ट्र के है। पुलिस ने बताया कि आरोपी खेत मालिक मांगीलाल व मुंबई निवासी बिर्जु शुक्ला को हिरासत में लिया गया है। साथ ही एक अन्य आरोपी मौके से भागने में सफल हो गया, उसकी तलाश में पुलिस की टीमें जुटी है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री का मुख्य सूत्रधार एक लाख रुपए का इनामी फरार तस्कर रमेश विश्रोई नेडीनाडी का है। इसके अलावा तस्कर कमलेश व सुरेश विश्रोई की संलिप्तता सामने आ रही है। हालांकि पूरे मामले को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। तस्कर रमेश विश्रोई वर्ष 2018 के बाद फरार चल रहा है। पुलिस की पकड़ से दूर है।
पुलिस की दबिश के दौरान फैक्ट्री में केमिकल से भरे 11 ड्रम बरामद हुए है। इसके अलावा कमरे में एक बड़ी मशीन मिली है। इसके अलावा जनरेटर समेत अन्य सामग्री बरामद हुई है। ड्रम में बड़ी मात्रा में केमिकल बताया जा रहा है। यह केमिकल मुंबई से पहुंचा है। हालांकि एनसीबी की जांच में खुलासा हो पाएगा।
पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि मुंबई व उडिय़ा के लोग यहां फैक्ट्री लगाएं है, उन्हीं लोगों ने मशीनरी का सेटअप किया और इसके बाद उनकी निगरानी में एमडी ड्रग्स बनाने का काम किया जा रहा था। एमडी ड्रग्स तैयार होने के बाद तस्कर रमेश विश्रोई के जरिए यह खेप मुंबई समेत अन्य मेट्रो सिटी के साथ ही स्थानीय स्तर पर भी सप्लाई होने का अंदेशा है।