सरकार और उपराष्ट्रपति में टकराव की स्थिति
जानकारी के अनुसार, किरेन रिजिजू ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से कहा था कि लोकसभा में महाभियोग चलाने की प्रक्रिया होती है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए लाए गए नोटिस पर साइन किए हैं। इस पर धनखड़ ने जवाब दिया कि वह नियमों के मुताबिक ही काम कर रहे हैं। बताया जाता है कि जस्टिस यशवंत वर्मा मामले को लेकर संसद सत्र शुरू होने से पहले संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने जगदीप धनखड़ को सूचित कर दिया था कि सरकार लोकसभा में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ प्रस्ताव लाने जा रही है। इसके बाद यह प्रस्ताव राज्यसभा में लाया जाएगा। रविवार को सर्वदलीय बैठक के दौरान भी उन्होंने धनखड़ को यह जानकारी दी। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी को यह बात पता चली कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। उन्होंने वर्मा के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए सांसदों के हस्ताक्षर वाली सूची दी। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। वह सोमवार को ही सदन में इसकी घोषणा करने वाले थे।
होने वाली थी सीधी कार्रवाई
धनखड़ के इस रवैये के बाद उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई होने वाली थी। इससे पहले धनखड़ बिना किसी सूचना के राष्ट्रपति भवन पहुंचे। इससे राष्ट्रपति भवन में हड़कंप मच गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उपराष्ट्रपति धनखड़ से मिलने में वक्त लगा। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सौंप दिया।