मामला शिव मणिहारी गांव में हाईटेंशन टावर लगाए जाने को लेकर उत्पन्न विवाद को लेकर था। जिसमें दो माह के बच्चे की मां को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद मामला गरमा गया था। इस मामले में शनिवार को विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने ग्रामीणों के साथ थाना परिसर में धरना दे दिया।
विधायक ने प्रशासन और पुलिस पर गरीब किसानों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया। रात एक बजे प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी और जनभावनाओं का सम्मान सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही विधायक भाटी के हस्तक्षेप के बाद इस घटनाक्रम में संलिप्त अधिकारियों पर उच्च स्तरीय जांच बैठा दी गई है।
भाटी ने इस मामले में मुख्य भूमिका निभाने वाले रामसर एसडीएम को लेकर प्रशासन के समक्ष गंभीर आपत्तियां दर्ज करवाईं। भाटी ने कहा कि उक्त अधिकारी पर पूर्व में भी अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटी सरकारी जमीनों की अवैध बिक्री के गंभीर आरोप लग चुके हैं। भाटी की मांग पर प्रशासन ने रामसर एसडीएम को तत्काल प्रभाव से हटाने का आश्वासन दिया है।
भाटी ने कहा कि जिन निर्दोष ग्रामीणों को पुलिस द्वारा बलपूर्वक हिरासत में लिया गया था, उन्हें तत्काल रिहा कर दिया गया है तथा उन पर किसी प्रकार की कानूनी कार्यवाही नहीं की जाएगी। इन सभी निर्णयों के उपरांत ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से धरना समाप्त करने की घोषणा की।
धरना समाप्ति पर भाटी ने कहा कि यह केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि जनभावनाओं की जीत है। उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर आने वाले समय में ऐसी घटना फिर होती ही तो इसी मजबूती से जनता के साथ खड़े नजर आयेंगे।
यह था मामला.. मणिहारी गांव में ब्यावर ट्रांसमिशन लि. कंपनी की ओर से हाइटेंशन तारों के पोल लगाने के दौरान प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों के बीच झड़प हो हुई थी। इसको लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग कई वीडियो सामने आए है।
पुलिस ने इस दौरान दो महीने के बच्चे की मां को गिरफ्तार किया। पुलिस ने एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया मारपीट और विरोध का वीडियो वायरल होने पर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ग्रामीणों के साथ शिव थाने पहुंचे और घेराव कर धरने पर बैठ गए।