पाकिस्तान ने भेजे 413 ड्रोन
आईजी गर्ग ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से 413 ड्रोन और कई चाइनीज मिसाइलें भारत की सीमा में भेजी गईं। इन सभी का बीएसएफ, सेना और वायुसेना ने एकजुट होकर सफलतापूर्वक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत की एयर डिफेंस प्रणाली ने इतनी कुशलता से काम किया कि एक भी जवान हताहत नहीं हुआ। पाकिस्तान की ओर से भेजे गए कई कामिकाज़े ड्रोन भी एंटी-ड्रोन सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिए।
निशाने पर था फलोदी एयरपोर्ट
आईजी गर्ग के अनुसार पाकिस्तान ने इस दौरान 150–200 किमी रेंज वाली मिसाइलें दागीं, जिनमें वारहेड लगे हुए थे। इनका प्रमुख लक्ष्य फलोदी एयरबेस था, जबकि जैसलमेर और बाड़मेर भी उनके टारगेट में शामिल थे। भारत की एयर डिफेंस यूनिट्स ने सभी मिसाइलों को समय रहते हवा में ही नष्ट कर दिया।
तीनों सेनाओं का समन्वय ऐतिहासिक
इस ऑपरेशन की खास बात रही थलसेना, वायुसेना और बीएसएफ के बीच शानदार समन्वय। पहली बार युद्ध जैसे हालात में महिला सैनिकों की भी तैनाती की गई। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में 24 घंटे सीमा पर मुस्तैदी से ड्यूटी निभाई। गर्ग ने कहा कि 1971 के युद्ध के बाद पहली बार महिला जवानों ने इतनी सक्रियता से मोर्चा संभाला। यह हमारी सशस्त्र सेनाओं की बदलती तस्वीर का प्रमाण है।
पाकिस्तान ने गांव खाली कराए
आईजी गर्ग ने बताया कि पाकिस्तान ने सीमा से सटे अपने गांव खाली करवा लिए, जबकि भारत ने एक भी गांव खाली नहीं कराया। उन्होंने कहा कि भारतीय सीमावर्ती गांवों के लोग सेना के साथ डटे रहे। यह हमारी जनता के आत्मबल और भारतीय सेना के प्रति अटूट विश्वास का प्रतीक है।
साइबर हमलों को भी किया विफल
गर्ग ने कहा कि पाकिस्तान ने इस दौरान साइबर हमले कर गलत सूचना फैलाने की कोशिश की, लेकिन बीएसएफ की इंटेलिजेंस टीम ने इस मोर्चे पर भी उन्हें विफल कर दिया। हमारी साइबर इंटेलिजेंस टीम ने निगरानी के ज़रिए किसी भी तरह की अफवाह या भ्रम फैलाने की कोशिश को सफल नहीं होने दिया।
सीजफायर, लेकिन ऑपरेशन खत्म नहीं
आईजी गर्ग ने स्पष्ट किया कि सीजफायर फिलहाल अस्थायी है। ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह खत्म नहीं हुआ, बल्कि अस्थायी रूप से स्थगित रखा गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना आज भी अपनी सीमा में तैनात है, लेकिन भारतीय जवान एक इंच पीछे नहीं हटे हैं। बीएसएफ फ्रंटलाइन पर पहले की तरह मुस्तैद है।