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बरेली

अवैध भंडारण के कारण जय अंबे के पटाखा गोदाम में हुआ था विस्फोट, फायर डिपार्टमेंट कर रहा लीपापोती, एसपी साउथ ने जताई नाराजगी

फरीदपुर में पटाखा कारोबारी जय अंबे ट्रेडर्स के मालिक अमरीश अग्रवाल के गोदाम में हुए विस्फोट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की जांच में स्पष्ट हो गया है कि आगजनी का कारण पटाखों का अवैध भंडारण था।

बरेलीApr 28, 2025 / 09:50 pm

Avanish Pandey

बरेली। फरीदपुर में पटाखा कारोबारी जय अंबे ट्रेडर्स के मालिक अमरीश अग्रवाल के गोदाम में हुए विस्फोट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की जांच में स्पष्ट हो गया है कि आगजनी का कारण पटाखों का अवैध भंडारण था। बावजूद इसके, फायर विभाग मामले की गंभीरता को नजरअंदाज कर कारोबारी को बचाने में जुटा है। विभाग महज एक नोटिस जारी कर पूरे मामले को निपटाने की तैयारी कर रहा है।

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गार्ड रूम के ऊपर भरा था अवैध स्टॉक

फरीदपुर एफएसओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अमरीश अग्रवाल के मैगजीन परिसर के गेट पर बने गार्ड रूम के ऊपर पटाखों का अवैध भंडारण किया गया था। जब फायर ब्रिगेड की टीम वहां पहुंची तो गार्ड रूम में तेज आग जल रही थी और लगातार धमाके हो रहे थे। दरवाजा तोड़कर फायरकर्मियों ने भीतर घुसकर आग बुझाने का प्रयास किया। बरेली से अतिरिक्त दमकल गाड़ियां बुलाकर एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन लंबे समय तक धुआं उठता रहा। बाद में लगातार पानी डालकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। गोदाम मालिक से जब आग के कारणों के बारे में पूछा गया, तो वह स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।

महज 40 मीटर की दूरी पर था पेट्रोल पंप, बड़ा हादसा टला

फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने एसपी साउथ अंशिका वर्मा को दी रिपोर्ट में बताया कि जिस गोदाम में आग लगी थी, उससे महज 40 मीटर की दूरी पर पेट्रोल पंप था। आग लगने की सूचना राहगीरों ने दी थी, न कि गोदाम मालिक या चौकीदार ने। इस पर नाराजगी जताते हुए एसपी साउथ ने निर्देश दिया है कि पेट्रोल पंप की अनुमति से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच की जाए और सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा से हादसे में सामने आई खामियों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

13 सौ क्विंटल स्टॉक, फिर भी सुरक्षा उपाय नाकाफी

जांच में पता चला कि अमरीश अग्रवाल के बड़े गोदाम (मैगजीन) में करीब 1300 क्विंटल पटाखों का स्टॉक रखा गया था, जबकि लाइसेंस 1600 क्विंटल का था। लेकिन जिस स्थान पर आग लगी थी, वहां सौ किलो से ज्यादा पटाखे अवैध तरीके से जमा किए गए थे। शनिवार देर रात करीब डेढ़ बजे लगी आग ने कई घंटे तक इलाके में दहशत का माहौल बना दिया। छोटे गोदाम की दीवारें भी धमाकों में गिर गईं। आग बुझाने में चौकीदार अमित झुलस गया। गनीमत रही कि मुख्य मैगजीन आग की चपेट में नहीं आई, वरना भीषण त्रासदी हो सकती थी।

फायर डिपार्टमेंट पर पहले भी उठे सवाल

यह कोई पहला मामला नहीं है जब फायर डिपार्टमेंट पर लापरवाही के आरोप लगे हों। इससे पहले भी अलीगंज में हुए हादसे के बाद विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए थे। जिले में दर्जनों हॉस्पिटल, कॉलेज और कमर्शियल इमारतें फायर सेफ्टी मानकों का उल्लंघन कर रही हैं, फिर भी अधिकारियों की मिलीभगत से उन्हें राहत मिलती रही है। बरेली में पिछले आठ वर्षों से तैनात सीएफओ और लंबे समय से जमे एफएसओ पर अग्निशमन नियमों की अनदेखी के गंभीर आरोप हैं।

एसपी साउथ अंशिका वर्मा का बयान

एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने कहा पटाखा गोदाम में आग और धमाके की जांच चल रही है। सीएफओ से खामियों की रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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