दुकानदारों का कहना है कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में दुकानों में चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं। रविवार देर रात जब तीन बच्चे एक मिठाई की दुकान में घुसे और नकदी व मिठाई लेकर भागने लगे, तब दुकानदार सत्यप्रकाश गुप्ता ने शोर मचाकर दो बच्चों को पकड़ लिया, जबकि तीसरा भागने में सफल रहा।
पुलिस ने बच्चों को चेतावनी देकर छोड़ा
स्थानीय लोगों के अनुसार, पकड़े गए बच्चों की उम्र करीब 7 और 10 वर्ष है। उन्हें रस्सी से बांधकर दुकान के पास ही बैठा दिया गया और मारपीट की गई। सोमवार सुबह उन्हें थाने ले जाया गया, जहां पूछताछ के दौरान उन्होंने चोरी की बात स्वीकार की। फतेहगंज पश्चिमी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि दोनों बच्चों को चेतावनी देकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि चूंकि बच्चे नाबालिग हैं और उनका भविष्य दांव पर न लगे, इसलिए दुकानदारों की क्षति की भरपाई परिजनों से कराई गई और मामला वहीं शांतिपूर्वक निपटा दिया गया।
मारपीट के वीडियो पर उठे सवाल
हालांकि, बच्चों के साथ हुई मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कई लोग बच्चों के अपराध से ज्यादा उनके साथ किए गए बर्ताव पर सवाल उठा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में अब तक किसी पर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं किया है, लेकिन वीडियो की जांच की जा रही है। यदि कोई आपराधिक तत्व सामने आया तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।