गांव निवासी खुशीराम का 25 वर्षीय पुत्र गुरुदेव लगभग 40 दिन पूर्व विवाह के बंधन में बंधा था। बताया जाता है कि वह मानसिक रूप से बीमार है और मोहल्ले के लोग उसे पागल कहकर चिढ़ाते रहते हैं। इस मानसिक प्रताड़ना से आहत होकर बुधवार शाम वह गांव के एक दो मंजिला मकान की छत पर चढ़ गया और रोते हुए आत्महत्या की बात कहने लगा।
3 घंटे की मशक्कत के पुलिस ने उतारा युवक
गुरुदेव को छत पर देखकर मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। परिजनों और ग्रामीणों ने उसे काफी देर तक समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुआ। सूचना पर पहुंची सिरौली पुलिस ने तत्काल मौके की नजाकत को भांपते हुए छत के नीचे तिरपाल लगवाए और आसपास की छतों पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास से युवक को नीचे उतारा गया। इसके बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
छत पर चढ़कर दी आत्महत्या की धमकी
सिरौली इंस्पेक्टर राम रतन सिंह ने बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है। मोहल्ले के लोग उसे बार-बार पागल कहकर चिढ़ाते थे, जिससे वह मानसिक तनाव में आ गया था और आत्मघाती कदम उठाने का प्रयास किया और छत से कूदकर जान देने की धमकी देना लगा। गनीमत रही कि समय रहते उसे सुरक्षित बचा लिया गया।