एसएसपी अनुराग आर्य द्वारा चलाए जा रहे अपराधियों के खिलाफ अभियान के तहत ये कार्रवाई की गई है। पुलिस के अनुसार सतीश, देवेन्द्र उर्फ देवा, दीपक, रनवीर, भूपेन्द्र, रितिक, बौद्ध शरण उर्फ बुद्धा और जितेन्द्र उर्फ लुक्का डान। ये सभी बरेली जिले के अलग-अलग गांवों के रहने वाले हैं। इस गैंग ने पिछले साल तीन बड़ी वारदातें की थीं।
तीन हत्याएं, कई लूट, अब कसा शिकंजा
पहली घटना 21 जुलाई 2024 को हुई, जिसमें सज्जाद अहमद की लूट के दौरान हत्या कर दी गई थी। दूसरी वारदात 18 नवंबर की रात हुई, जिसमें अरविन्द नाम के युवक को चाकुओं से हमला कर बुरी तरह घायल कर उसका सामान लूट लिया गया। तीसरी घटना 19-20 दिसंबर की रात को हुई, जिसमें सूरजपाल की हत्या कर मोबाइल और बाइक लूट ली गई थी।
आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी
इन मामलों की जांच के बाद पुलिस ने सभी बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दो बदमाश रितिक और जितेन्द्र, मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल भी हुए थे। सरगना सतीश को भी मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया। गैंग का आखिरी सदस्य बुद्धा भी जनवरी में अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ। पुलिस का कहना है कि इन सभी अपराधियों की संपत्ति की जांच कर जब्त करने की तैयारी भी की जा रही है।