इज्जतनगर के पीर बहोड़ा गांव निवासी एजाज अहमद घर तोड़ने और बनाने का ठेका लेकर किसी तरह अपने परिवार का पालन करता है। ठेकेदारी के काम के सिलसिले में उसकी पहचान सीबीगंज निवासी नसीम खान और उसके भाई दूल्हे खान से हुई। फरवरी 2024 में नसीम ने एजाज को बताया कि उसका साला यूनुस खान, जो कि बिथरी चैनपुर के आलमपुर गांव का रहने वाला है, हाईवे के पास जमीन बेच रहा है। दावा किया गया कि अगर वह जमीन में पैसा लगाएगा तो एक साल के भीतर रकम दोगुनी हो जाएगी। एजाज को यह भी भरोसा दिलाया गया कि दोनों भाई खुद भी निवेश कर रहे हैं।
जमीन दिखाई, सौदा फाइनल.. फिर बदला पैंतरा
एजाज ने अपने दामाद वसीम को साथ लिया और दोनों भाइयों के साथ आलमपुर गजरौला पहुंचा, जहां करीब 5 बीघा जमीन दिखाई गई। जमीन की कीमत तय हुई 16 लाख रुपये प्रति बीघा और सौदा मार्च 2025 तक फाइनल कर दिया गया। एजाज ने भरोसा करते हुए 6.66 लाख रुपये नकद सौंप दिए। कुछ महीने बीते ही नसीम और दूल्हे खान ने नया पैंतरा खेला। बोले अब हमारे पास पैसा नहीं है, इसलिए जमीन नईम और जुबेर खान को बेच दी गई है। यही नहीं, ये भी बताया गया कि जमीन का एग्रीमेंट हो चुका है और 30 लाख रुपये एडवांस भी ले चुके हैं। एजाज को आश्वासन मिला कि उसकी रकम जल्द लौटा दी जाएगी।
रुपये मांगने पर चेक थमाया, फिर धमकी
एजाज ने जब बार-बार रुपये मांगे तो नसीम ने अपनी पत्नी के बैंक ऑफ बड़ौदा खाते का 4 लाख रुपये का चेक दे दिया। लेकिन यह चेक भी बैंक से बाउंस हो गया। जब एजाज थाने पहुंचा तो पहले बहानेबाजी हुई, कभी बीमारी तो कभी अगली किश्त का बहाना। एजाज का कहना है कि ये लोग पहले भी कई लोगों से जमीन बेचने के नाम पर रुपये ठग चुके हैं। अब तो खुलकर धमकी दी जा रही है—“जमीन की रजिस्ट्री दो महीने में हो जाएगी। रिपोर्ट लिखवाई तो जो पैसा बकाया है, उसका भी सपना देखना छोड़ दे और बाकी तू खुद ही समझ ले। एजाज ने बताया कि उसकी बेटी की शादी तय है और उसने जो भी पैसा जोड़ा था, वह सब इन लोगों ने ठग लिया। बिथरी चैनपुर पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।