बरेली अब नाथ नगरी, दंगों का अतीत पीछे छूटा
सीएम योगी ने कहा कि एक समय था जब बरेली दंगों का पर्याय बन चुका था। पर आज यह शहर अपनी आध्यात्मिक पहचान के लिए जाना जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा अलखनाथ, त्रिवटीनाथ, मढ़ीनाथ, तपेश्वरनाथ, पशुपतिनाथ जैसे मंदिरों को जोड़ते हुए नाथ कॉरिडोर तैयार हो रहा है, जिससे बरेली को आध्यात्मिक पर्यटन के मानचित्र पर नई पहचान मिल रही है। सीएम योगी ने कांवड़ यात्रा को लेकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पुलिस की सतर्कता और जनता की जागरूकता ने ऐसे तत्वों को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार की कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण और गरिमामय रही, जो बेहतर प्रशासनिक प्रबंधन और सामाजिक सहयोग का उदाहरण है।
तुष्टिकरण नहीं, अब संतुष्टिकरण की नीति
सीएम ने विपक्ष पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, कि पहले मजहब देखकर योजनाएं बनती थीं। अब ऐसा नहीं है। अब न कोई धर्म, न जाति, सिर्फ पात्रता और ज़रूरत ही आधार है। हम सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि भाजपा सरकार विकास के माध्यम से संतुष्टिकरण की नीति पर चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरेली मंडल में प्रति व्यक्ति आय में बड़ा इजाफा हुआ है। सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य आधारभूत ढांचे में क्रांतिकारी परिवर्तन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब यहां जनप्रतिनिधि भी सजग हैं, जो ज़मीनी स्तर पर योजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। सीएम ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि वे मजहब या जाति के आधार पर विशेष सुविधा पाएंगे, वे पुरानी सोच में जी रहे हैं। अब नया भारत है। जहां न तुष्टिकरण होगा, न भेदभाव। योजनाएं अब सभी को समान रूप से मिलेंगी।”