सोमवार को मंत्री ने पहले विभागीय अफसरों के साथ बैठक की, जहां रामगंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर पर चर्चा हुई। अफसरों ने जानकारी दी कि बरेली में बाढ़ खंड द्वारा 9 पर कटान निरोधक प्रोजेक्ट पूरे किए गए हैं, जिससे कई गांव और तटबंध सुरक्षित हुए हैं। मंत्री ने तटबंधों की सख्त निगरानी करने और मौके पर ड्यूटी बढ़ाने के निर्देश दिए।
इसके बाद मंत्री ने सिंचाई कार्यशाला बरेली का स्थलीय निरीक्षण किया। यहां बैराजों के गेटों का फेब्रिकेशन कार्य देखा। इस दौरान अधिशासी अभियंता यश कुमार गर्ग, अधीक्षण अभियंता विजय कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री ने कहा कि कार्यों में गुणवत्ता से किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
सर्किट हाउस में अफसरों संग बैठक में जलशक्ति मंत्री सख्त नजर आए। उन्होंने कहा कि नहरों के टेल तक पानी हर हाल में पहुंचे, अफसरों ने बताया कि इस बार पानी अंतिम छोर तक पहुंच चुका है। मंत्री ने दो टूक कहा कि जिन नहरों पर अतिक्रमण है, उन्हें तुरंत खाली कराया जाए।
उन्होंने किच्छा बैराज से जुड़े कार्यों को गति देने का निर्देश भी दिया। साथ ही कहा कि अब समय आ गया है जब वर्षा जल संचयन पर खास ध्यान दिया जाए। मंत्री ने साफ किया कि विकास कार्यों में कोताही बरतने वाले अफसर बख्शे नहीं जाएंगे और जनता को राहत देने वाले काम समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे किए जाएं।