अपराध और मुकदमों की गहन समीक्षा
बैठक के दौरान हत्या, लूट, बलात्कार, दहेज हत्या, पॉक्सो एक्ट, अपहरण, एनडीपीएस और साम्प्रदायिक विवाद से जुड़े मामलों पर विस्तार से चर्चा की गई। डीआईजी ने वांछित और इनामी अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी, टॉप-10 अपराधियों पर कार्रवाई और हिस्ट्रीशीटर्स की निरंतर निगरानी पर जोर दिया।
गुंडों और माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई
डीआईजी साहनी ने स्पष्ट किया कि गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और गौवध निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि महिला सुरक्षा और मिशन शक्ति अभियान को प्राथमिकता दी जाए। सभी थानों में हेल्पडेस्क और महिला बीट प्रणाली को और मजबूत करने पर विशेष बल दिया गया।
साइबर अपराध और सड़क हादसे चिंता का विषय
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और ब्लैक स्पॉट्स के सुधार कार्यों की समीक्षा करते हुए डीआईजी ने निर्देश दिए कि यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही बढ़ते साइबर अपराध पर गंभीर चिंता जताई और सभी थानों को इस दिशा में सतर्क और सक्रिय रहने का आदेश दिया।
शिकायतों और चुनाव को लेकर सख्त रुख
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और आईजीआरएस से मिलने वाली शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण पर भी डीआईजी ने विशेष जोर दिया। उन्होंने आगामी पंचायत चुनावों को देखते हुए सभी कप्तानों को हिदायत दी कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं होनी चाहिए। डीआईजी साहनी ने दो टूक कहा— “अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ही जनता का भरोसा कायम करेगी।”