कैंट पुलिस ने बुधवार को इस मामले में नामजद सिविल लाइंस निवासी कैप्टन अंकित लाल से चार घंटे तक गहन पूछताछ की। पूछताछ के दौरान अंकित लाल ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सुनाई जिसमें भाजपा नेता शिवशंकर शर्मा सहित दो जन प्रतिनिधियों को लेकर आपत्तिजनक व अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया गया था। क्लिप में जनप्रतिनिधियों को लेकर भद्दी गालियां दी गई थीं।
भाजपा नेता शिवशंकर शर्मा की ओर से एक विधायक ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी शिकायत की। थाना पुलिस से भी पैरवी की। इसके बाद रंगदारी का मुकदमा अंकित लाल के खिलाफ थाना कैंट में दर्ज किया गया। अंकित लाल के समर्थन में दूसरे विधायक आ गए। उन्होंने भी पुलिस को काफी फोन किया।
कैंट थाने पहुंचकर पैरवी कर रहे थे। ऑडियो सुनने के बाद पुलिस ने फिलहाल अंकित लाल को छोड़ दिया, लेकिन मामले की जांच अभी जारी है।
पहले से दर्ज है मुकदमा, कार्रवाई लंबित
बता दें कि भाजपा नेता शिवशंकर शर्मा की पुत्रवधू की ओर से अंकित लाल के खिलाफ एक मामला पहले भी दर्ज कराया जा चुका है। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि उस पुराने मामले में अब तक कोई पुख्ता साक्ष्य सामने नहीं आए हैं और न ही वादी ने अपना बयान दर्ज कराया है, जिससे जांच आगे नहीं बढ़ सकी।
धमकी देकर रंगदारी मांगने का आरोप
शिवशंकर शर्मा ने कैंट थाने में तहरीर दी है कि मंगलवार शाम करीब 5:48 बजे उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉलर ने खुद को अंकित लाल बताते हुए गाली-गलौज शुरू कर दी और कहा कि “तूने जो बंगला खरीदा है, वो मैं लेना चाहता था। मैं बहुत दिनों से तेरी तलाश में हूं। उन्होंने कॉल काट दी लेकिन इसके बाद चार अलग-अलग नंबरों से लगातार धमकी भरे कॉल आने लगे। उनका आरोप है कि यह पूरा गिरोह संगठित है और पहले भी उनके परिवार को परेशान कर चुका है। अब ये लोग रंगदारी के लिए दबाव बना रहे हैं।
कैंट पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
तहरीर के आधार पर पुलिस ने अंकित लाल, खानचंद शर्मा, जे शर्मा और आशी भाटिया के खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पुलिस का कहना है कि ऑडियो क्लिप की सत्यता की जांच की जा रही है। साथ ही पुराने मामले की फाइल भी फिर से खोली गई है ताकि दोनों मामलों की समग्र जांच हो सके।