मेक इन इंडिया की धूम प्रदर्शनी में मौजूद लोग न केवल देश-विदेश के हथियार जिन्हें भारतीय सेना इस्तेमाल करती है। उसे देख कर रोमांचित होते रहे। सेना के जवानों व अधिकारियों की ओर से जानकारी दिए जाने के बाद कई लोग चौंक गए कि इतने अत्याधुनिक हथियार अब भारत में भी बनने लगे हैं। प्रदर्शनी के दौरान दर्शक और खासतौर पर बच्चे स्नाइपर राइफल की मारक क्षमता को देखकर चौंक गए। यह राइफल दूर मौजूद दुश्मन को पता लगे बिना मार गिरा सकती है। इसकी क्षमता 1200 मीटर तक की है। इसी प्रकार नाइटविजन उपकरण से सैनिक घने अंधेरे में भी आधा किमी दूर तक साफ देख सकते हैं। जवानों ने बताया कि यह थर्मल तकनीक पर काम करती है। इससे किसी भी सजीव वस्तु के अंदर की गर्मी का पता लगाकर इमेज तैयार की जाती है। इससे अंधेरे में देख पाना संभव हो पाता है।
इजराइल-स्विट्जरलैंड के हथियार भी मौजूद प्रदर्शनी में इजराइल जो सैन्य तकनीक में जाना-माना देश है, वहां की भी राइफल प्रदर्शित की गई। इसी प्रकार स्विट्जरलैंड में निर्मित हथियार देखकर छूकर और उठाकर लोग रोमांचित होते रहे। सेना के हथियारों की प्रदर्शनी में साउथ अफ्रीका निर्मित ग्रेनेड लॉन्चर को देख सभी पूछ रहे थे कि इस देश का नाम हथियार के निर्माण में कभी नहीं सुना। इसके बाद जब जवानों ने बताया कि भारत में अब इसका अपडेट और वजन में हल्का वर्जन बन रहा है, तब लोग भारत की तरक्की पर गर्व की अनुभूति करने लगे।
क्लानिश्कोव के साथ मेड इन इंडिया प्रदर्शनी का सबसे खास आकर्षण रूस में निर्मित विख्यात एके 47 और भारत में निर्मित एके 203 राइफल आकर्षण का केन्द्र रही। वहीं दर्शक यह जानकार हैरत में पड़ गए कि इसी राइफल का अत्याधुनिक वर्जन एके 203 अब भारत में बन रहा है।