Rajasthan: युवक ने पैसे नहीं दिए तो दे दी मौत, फिर पत्नी के साथ मिलकर नदी में फेंका शव
Bengali Youth Murder Case Revealed: रुपयों को लेकर उसने बहसबाजी की तो मारपीट हो गई। इसमें चोटें आने पर कार्तिक वहीं ढेर हो गया तो पत्नी रोशनी के साथ बाइक पर शव ले जाकर उसने नदी में फेंक दिया।
Banswara Murder Case: बांसवाड़ा के परतापुर गढ़ी क्षेत्र के अगरपुरा में माही नदी पुल के नीचे पिछले दिनों बंगाली युवक की हत्या उसके ही गांव के शख्स ने ढाई लाख रुपए के लेन-देन को लेकर अपनी पत्नी के साथ मिलकर थी। बाद में दंपती ने बाइक पर शव ले जाकर नदी में फेंक दिया। यह हकीकत जांच में सामने आने पर पुलिस ने गुरुवार को दंपती को गिरफ्तार किया। गढ़ी थानाधिकारी सीआई रोहित कुमार ने बताया कि गत 24 मई को शव नदी में मिलने पर पश्चिम बंगाल के मालदा जिला एवं हाल कुकडिय़ा फला, सागवाड़ा निवासी गोविंद पुत्र दीप मंडल ने रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि वह कुछ वर्षों से वागड़ में मजदूरी कर रहा है।
उसके पड़ोसी गांव का 28 वर्षीय प्रेमलाल उर्फ कार्तिक पुत्र मानार्जुन तुडु भी काम करता था। कार्तिक के साथ 23 मई को करीब साढ़े ग्यारह बजे वह सागवाड़ा से माल बनाने की मशीन (फुलौरी) लेकर आनंदपुरी क्षेत्र के कांगलिया जा रहा था। अगरपुरा बस स्टैंड पर पश्चिम बंगाल मालदा जिले के ही शिरसी, बस्तुपारा, श्रीरामपुर निवासी गौतम पुत्र हरेन मंडल बाइक लेकर आया और कार्तिक को अपने साथ ले गया। उसने इसकी जानकारी अपने ठेकेदार मुशरफ को फोन पर दी। फिर रात करीब साढ़े नौ बजे ठेकेदार मुशरफ ने कॉल कर बताया कि गौतम ने फोन पर कार्तिक उसके साथ होने और सुबह आकर उसे ले जाने को कहा है। दूसरे दिन सुबह माही पुल के नीचे लाश पड़ी होने की जानकारी पर पहुंचा तो पता चला कि वह कार्तिक है।
गोविंद ने शंका जताई कि उसके दोस्त कार्तिक को गौतम मंडल ने मार कर फेंक दिया है। इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई की। जांच के दौरान वर्तमान में वाया घाटी मोर में किराए के मकान पर रह रहे आरोपी गौतम को डिटेन कर पुलिस ने पूछताछ की तो वारदात का खुलासा हो गया। अपराध में गौतम की पत्नी हाल अरथूना निवासी रोशनी बुनकर भी शामिल होने पर पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश हुआ।
इन्होंने की कार्रवाई
पुलिस कार्रवाई टीम में एसआई लक्ष्मणलाल, एएसआई महिपालसिंह, कांस्टेबल दिलीपसिंह, वासुदेव, मदनसिंह, प्रदीपसिंह एवं चालक कांस्टेबल महेंद्रसिंह शामिल रहे।
सीआई के अनुसार पूछताछ में आरोपी गौतम ने बताया कि कार्तिक ने उससे ढाई लाख रुपए लिए थे, जो वापस नहीं किए। इसे लेकर उनमें राजीनामा भी हुआ, जिसमें उसने दूसरों से रुपए लेकर चुकारा करने का भरोसा दिलाया। उसके बाद सालभर से वह सामने ही नहीं आया। पिछले दिनों कार्तिक के बारे में जानकारी मिली तो वह अगरपुरा पहुंच गया और उसे अपने साथ घर ले आया। फिर रुपयों को लेकर उसने बहसबाजी की तो मारपीट हो गई। इसमें चोटें आने पर कार्तिक वहीं ढेर हो गया तो पत्नी रोशनी के साथ बाइक पर शव ले जाकर उसने नदी में फेंक दिया।