सांसद राजकुमार रोत का बड़ा आरोप, डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में 1.50 लाख में बिकी अस्थाई नौकरियां
Banswara News : बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत ने डूंगरपुर जिले के मेडिकल कॉलेज में अस्थाई नर्सिंग कर्मियों की भर्ती में हुए घोटाले को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने तत्काल इस अस्थाई भर्ती को रोक के अनियमितता की जांच करने को मांग की है।
बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत के सोशल मीडिया अकांउट X से लिया गया फोटो। साभार
Banswara News : सांसद राजकुमार रोत ने डूंगरपुर जिले के मेडिकल कॉलेज में अस्थाई नर्सिंग कर्मियों की भर्ती में हुए घोटाले को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने तत्काल इस अस्थाई भर्ती को रोक के अनियमितता की जांच करने को मांग की है। उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह व प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर को पत्र लिखा है। इस पूरी भर्ती प्रक्रिया की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
पूर्व में कार्यरत 83 नर्सिंग कर्मियों को बिना सूचना किया सेवामुक्त
पत्र में सांसद राजकुमार रोत ने आरोप लगाया कि कि ब्लड गार्ड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नामक प्लेसमेंट एजेंसी ने कुछ राजनीतिक लोगों के साथ मिल के प्रत्येक अभ्यर्थी से 1 से 1.5 लाख रुपए की घूस लेकर अवैध रूप से अस्थाई नर्सिंग स्टाफ अभ्यर्थियों की नियुक्ति की है। सांसद ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि इस भर्ती के लिए न तो कोई सार्वजनिक विज्ञप्ति जारी की गई, ना ही खुला आवेदन मांगे और न ही मेरिट सूची प्रकाशित की। इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि पूर्व से कार्यरत 83 नर्सिंग कर्मियों को बिना किसी पूर्व सूचना के सेवाओं से मुक्त कर दिया गया। और उनके स्थान पर नए व अनुभवहीन अभ्यर्थियों की अवैध नियुक्ति कर दी गई। यह न केवल प्रशासनिक अनियमितता है, बल्कि डूंगरपुर जिले के सैकड़ों योग्य एवं अनुभवी नर्सिंग अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ एक बड़ा धोखा है।
एजेंसी और अधिकारियों के खिलाफ हो कार्रवाई
सांसद राजकुमार रोत ने इस मामले को अत्यंत गंभीर बताते हुए दोषी प्लेसमेंट एजेंसी और संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
भ्रष्टाचार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं
सांसद राजकुमार रोत ने यह भी कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वे इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगे, ताकि आदिवासी क्षेत्र के युवाओं को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रकार का भ्रष्टाचार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।