उन्होंने अधिकारियों से यह भी रिपोर्ट देने को कहा है कि क्या इनमें से किसी बाघ की मौत के बाद उसके शरीर के पंजे या कैनाइन जैसे अंगों को विकृत किया गया था और क्या लापरवाही के मामले में कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई थी? उन्होंने बाघों की हत्या और शिकार के मामलों में अब तक गिरफ्तार और दोषी ठहराए गए लोगों की संख्या के बारे में भी जानकारी मांगी।
इसके अलावा, मंत्री ने बाघों की हत्या से संबंधित चल रही जांच और देरी के कारणों का विवरण मांगा।मंत्री ने बीते महीने चामराजनगर जिले के काउडल्ली रेंज के रामपुर-मार्टल्ली सीमा पर एक तेंदुए की कथित हत्या की रिपोर्ट के बाद, घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
यह निर्णय उन रिपोर्टों के बाद लिया गया, जिनमें कहा गया था कि एम.एम. हिल्स क्षेत्र में एक बाघिन और उसके चार शावकों की हत्या से कुछ सप्ताह पहले ही तेंदुए की मौत हुई थी। इस मामले में मंत्री ने एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।