मिली जानकारी के मुताबिक मड़कड़ा और झबड़ी गांव के युवकों में पहली बार 12 जुलाई को विवाद हुआ था। शाम करीब 7 बजे मडकड़ा-झबड़ी तालाब पार में आरोपियों ने मडकड़ा के रामकिशोर यादव और एक अन्य व्यक्ति को गालियां दीं। उन्हें बेल्ट और चाकू से मारकर गंभीर रूप से
घायल कर दिया। तब कसडोल थाने में 7 धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें अमन वर्मा (19), अखिलेश कौशिक (18), नंदकिशोर पटेल (18) और युगल किशोर (25) को गिरफ्तार किया।
1 अगस्त की शाम 5 बजे आरोपी अमन वर्मा, अजय केवट व अन्य ने थरहीडीह नर्सरी के पास त्रिलोकचंद उर्फ नानू कौशिक और मेमचंद कौशिक को रोक लिया। उन्हें गाली दी। फिर लाठी-डंडे से मारते हुए उन पर टांगी से हमला कर दिया। इससे नानू की मौके पर मौत हो गई। मेमचंद गंभीर रूप से घायल हुआ। इसके बाद गांव में हुड़दंग मचाने से लेकर पुलिस पर पथराव जैसी वारदातों को भी अंजाम दिया। मामले में आरोपी अमन वर्मा समेत उसके 5 साथियों अजय केंवट (27), लक्की केंवट उर्फ लालू (21), रामभरोस यादव (26), सुखदेव यादव (26) और राजू यादव (50) को गिरफ्तार किया गया है। सब मड़कड़ा गांव के रहने वाले हैं।
एएसपी, एसडीओपी गांव में ही तैनात किए
बता दें कि शनिवार को पुलिस जब हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी, तो कुछ लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया। गाड़ियों पर पथराव किए। इसके बाद एसपी भावना गुप्ता और एएसपी अभिषेक सिंह गांव पहुंचे। एसपी ने शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने ग्रामवासियों से संवाद स्थापित किया। बच्चों में चॉकलेट बांटे। एएसपी के साथ कसडोल एसडीओपी और पुलिस बल गांव में कैंप लगाए हुए हैं।