श्मशान घाट पर शुरू हुआ विवाद
घटना बैरिया क्षेत्र के हुकुम छपरा गंगा घाट की है, जहां सोनबरसा निवासी श्याम सुंदर उपाध्याय की पत्नी के अंतिम संस्कार में भाजपा के दोनों दिग्गज नेता अपने समर्थकों सहित पहुंचे थे। यहीं पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बेटे विपलेन्दु प्रताप सिंह और पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। हालांकि, उस वक्त लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करा दिया।
देवराज ब्रह्म मोड़ पर लाठी-डंडे, पत्थर और खून
देर शाम जब अंतिम संस्कार से लौटते समय दोनों पक्ष देवराज ब्रह्म मोड़ के पास पहुंचे, तो दोबारा भिड़ंत हो गई। आरोप है कि पहले पत्थरबाजी हुई, फिर दोनों ओर से लाठी-डंडे चले। इस हिंसक झड़प में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और कुल आठ लोग घायल हो गए। घायलों में पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह और उनके बेटे विद्याभूषण उर्फ हजारी सिंह भी शामिल हैं। वहीं, पूर्व सांसद के बेटे विपलेन्दु प्रताप सिंह समेत दूसरे पक्ष के भी चार लोग घायल हुए हैं।
45 मिनट में पहुंची पांच थानों की फोर्स
हिंसा की खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। बैरिया थाने के प्रभारी राकेश कुमार सिंह ने फोर्स के साथ मोर्चा संभाला और उच्चाधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद पास के पांच थानों की फोर्स मौके पर भेजी गई। एएसपी दक्षिणी कृपाशंकर सिंह और सीओ फहीम कुरैशी खुद बैरिया थाने पहुंचे और स्थिति पर नियंत्रण पाया।
पूर्व विधायक का आरोप: समर्थक के साथ की गई अभद्रता
पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने थाने में दी गई तहरीर में आरोप लगाया कि वह शोक प्रकट करने श्मशान घाट पहुंचे थे, जहां विपलेन्दु प्रताप सिंह के साथ आए एक व्यक्ति ने उनके समर्थक भूटन के साथ गाली-गलौज की और पीटना शुरू कर दिया। भूटन ने कहा कि उसने कुछ भी गलत नहीं कहा, फिर भी हमला किया गया। सुरेंद्र सिंह ने दावा किया कि जब वह बीच-बचाव करने गए तो उनके साथ भी मारपीट हुई। इसी दौरान उनके बेटे हजारी सिंह और समर्थकों पर भी हमला किया गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई FIR, आरोप-प्रत्यारोप तेज
पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने विपलेन्दु प्रताप सिंह समेत आठ नामजद और 15 अज्ञात लोगों पर हत्या के प्रयास, मारपीट और जानलेवा हमला करने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है। दूसरी ओर, विपलेन्दु प्रताप सिंह की ओर से प्रशांत उपाध्याय ने भी पूर्व विधायक और उनके बेटे समेत 18 नामजद लोगों के खिलाफ मारपीट, हत्या की कोशिश, और दंगे भड़काने की धाराओं में केस दर्ज कराया है।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
घटना में घायल हजारी सिंह को पहले सोनबरसा सीएचसी लाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। अन्य घायलों को भी प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया। पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई।
पुराना जमीनी विवाद बना झगड़े की जड़
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह विवाद केवल तत्काल झगड़े तक सीमित नहीं है। इब्राहिमबाद क्षेत्र की करीब 100 बीघा पशु मेला की जमीन को लेकर वर्षों से दोनों पक्षों में तनातनी चल रही है। सात साल पहले करीब 30 बीघा जमीन किसी संस्था के नाम से रजिस्टर्ड कराई गई थी, जिसमें पूर्व सांसद के रिश्तेदारों का नाम सामने आया था। इसका विरोध पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने सार्वजनिक मंचों पर किया था। तभी से दोनों के बीच राजनीतिक और व्यक्तिगत तनातनी जारी है।
स्थिति पर पुलिस की पैनी नजर, जांच जारी
एएसपी कृपाशंकर सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों से तहरीर लेकर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की राजनीति में ‘सत्ता के शक्ति प्रदर्शन’ की तस्वीरें उजागर कर दी हैं, जहां आपसी रंजिशें अब सार्वजनिक स्थलों तक पहुंच रही हैं।