पारिवारिक बहस के बाद खोया आपा
पुलिस के अनुसार, नीरज पांडेय वाराणसी में एक पेट्रोल पंप पर काम करता था और पिछले एक सप्ताह से उसकी पत्नी अपने बच्चों के साथ मायके में रह रही थी। सोमवार को नीरज भी गांव पहुंचा था। मंगलवार दोपहर को किसी पारिवारिक बहस के बाद उसने गुस्से में आकर ये खौफनाक कदम उठा लिया।अखिलेश के समर्थन में उतरे मौलाना बरेलवी, बोले- धर्म की आड़ में पैसा लेने वाले कथावाचक-मौलवी से बनाएं दूरी
गोली की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को आनन-फानन में एंबुलेंस के जरिए जहानागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया गया। वहां डॉक्टरों ने नीरज और उसकी मां चंद्रकला को मृत घोषित कर दिया, जबकि बच्चों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।बेटे संघर्ष ने तोड़ा दम
जिला अस्पताल में इलाज के दौरान संघर्ष पांडेय ने भी दम तोड़ दिया। जबकि शुभी पांडेय की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज चल रहा है। उसे पेट में गोली लगी है लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने घटनास्थल से वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्टल बरामद कर ली है। शुरुआती जांच में यह मामला पारिवारिक विवाद और शराब के नशे से जुड़ा पाया गया है।पुलिस अधिकारियों का बयान
एसपी आजमगढ़ के अनुसार, “नीरज शराब के नशे में था और लंबे समय से घरेलू तनाव में था। प्रारंभिक जांच में पारिवारिक कलह के कारण इस दर्दनाक घटना को अंजाम देने की बात सामने आई है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है और फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं।”