समस्या के समाधान का दिया निर्देश
दरअसल, मंगलवार को कुंजी गांव निवासी दिव्यांग अशोक कुमार अपनी पत्नी सुमन को पीठ पर बैठाकर DM ऑफिस पहुंचा। इस दौरान दिव्यांग ने घर तक का रास्ता बनवाने की गुहार अधिकारियों से लगाई। मामले को गंभीरता से मुख्य राजस्व अधिकारी संजीव ओझा ने लिया। दिव्यांग अशोक कुमार का शिकायत पत्र लेकर ओझा ने तत्काल बंदोस्त अधिकारी चकबंदी लालता प्रसाद अहिरवार से बात की। साथ ही उनको समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया है। मामले को लेकर बंदोबस्त अधिकारी अहिरवार का कहना है कि गांव में वर्तमान में चकबंदी (बड़े भू भाग को कई भागों में बांटने की क्रिया) प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि शिकायकर्ता के घर तक रास्ता निकालने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
दिव्यांग अशोक कुमार का कहना है कि उनके गांव में इस समय चकबंदी चल रही है, ऐसे में उनके घर तक जाने वाला रास्ता गायब हो गया है। घर से अब वह कैसे निकलेंगे,ये अब उन्हें समझ नहीं आ रहा है।
पहले भी मामले की गुहार लगा चुके हैं दिव्यांग दंपती
दिव्यांग दंपती ने बताया कि पहले भी वह आ चुके हैं, लेकिन मामले में उनकी सुनवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि नौ बिस्वा खेत उनके पास है, परिवार की आजीविका का साधन यही है। पक्का मकान नहीं होने की बात भी दंपती ने इस दौरान कही।
बरसात के मौसम हो जाती है स्थितियां गंभीर
दंपती ने बताया कि 10 साल की बेटी श्वेता और 3 साल का बेटा सुनील टिनशेड के घर में उनके साथ रहते हैं। उनकी बेटी श्वेता गांव के ही परिषदीय स्कूल में पढ़ती है। जहानागंज थाना क्षेत्र के कुंजी गांव में रहने वाले निवासी अशोक के साथ उनकी पत्नी भी चलने-फिरने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, जब कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। अशोक ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उनके घर तक पक्की सड़क का निर्माण कराया जाए, जिससे उन्हें आवागमन में राहत मिल सके।