रोजाना तय किया 586 KM का सफर
Lee Young-Heum, एक सेल्समैन, ने 2 साल 9 महीने के भीतर अपनी Ioniq 5 को 5.80 लाख किमी तक चलाया, जो कि औसतन 586 किमी प्रति दिन होता है। यह दूरी खासतौर पर दिलचस्प है क्योंकि उन्होंने कार को ज्यादातर फास्ट चार्जिंग से चार्ज किया, जबकि आमतौर पर यह बैटरी की उम्र को घटा सकता है। बावजूद इसके, Ioniq 5 ने यह साबित किया कि इसकी बैटरी इतनी मजबूत है कि फास्ट चार्जिंग से भी कोई खास नुकसान नहीं हुआ।
Hyundai ने फ्री में दिया बैटरी और मोटर
Lee ने इस कार की बैटरी और मोटर को Hyundai-Kia Research Institute के साथ साझा किया, जिससे यह गाड़ी और उसके इलेक्ट्रिक पावरट्रेन की जांच की जा सके। इसके बदले Hyundai ने Lee को फ्री में एक नई बैटरी और मोटर दी गई। यह जांच आमतौर पर टैक्सी वाहनों पर की जाती है, क्योंकि उनकी ओडोमीटर रीडिंग काफी ज्यादा होती है। ये भी पढ़ें- UP में नकली हेलमेट पर सख्ती: पहनने और बेचने पर दर्ज होगी FIR फ्यूल और मेंटेनेंस पर लाखों की बचत
Rushlane.com पर छपी खबर के मुताबिक, Lee ने Ioniq 5 से फ्यूल की जबरदस्त बचत की है। 5.80 लाख किमी तक इस गाड़ी की चार्जिंग पर कुल खर्च लगभग 30.36 लाख रुपये आया। वहीं, अगर वह उसी दूरी पर पेट्रोल कार चलाते तो यह खर्च 48.56 लाख रुपये तक जा सकता था। यानि करीब इलेक्ट्रिक कार चलाकर 18.20 लाख की सीधी बचत हुई है। इसके अलावा, इस दौरान मेंटेनेंस देखा जाए तो पेट्रोल कार में 66 बार ऑयल चेंज, 13 बार ब्रेक फ्लूइड चेंज, 8 बार स्पार्क प्लग रिप्लेसमेंट और 11 बार ट्रांसमिशन ऑयल चेंज की जरूरत होती, जबकि Ioniq 5 में केवल बुनियादी सर्विस की आवश्यकता पड़ी, जिससे 7 लाख रुपये के करीब की सर्विस बचत हुई है।
चार्जर की एकमात्र परेशानी
Ioniq 5 ने 6.50 लाख किमी तक बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन फिर एक समस्या आई जब कार का ऑनबोर्ड चार्जर काम करना बंद कर गया। यह चार्जर अपनी लाइफ पूरी कर चुका था, और इसके अलावा कोई बड़ी खराबी नहीं देखी गई।