नहीं मंगवा रहे खादजानकारी अनुसार यूरिया खाद की किल्लत सभी जगह पर है। जिसका कारण कृषि विभाग के उस आदेश को बताया जा रहा है, जिसमें खाद के साथ टैगिंग किए हुए अन्य सामान जिसमें सल्फर, जिंक या नैनो यूरिया को नहीं देने के लिए पाबंद कर दिया गया है। इस पर विक्रेता खाद नहीं मंगवा रहे हैं। खाद मंगवाने पर उन्हें कंपनियां टैगिंग कर अन्य सामान देती हैं। जिसे किसान नहीं लेता। यदि विक्रेता उक्त सामान लेने पर विवश करता है तो शिकायत करने पर कृषि विभाग कार्रवाई करता है। इधर कंपनियां भी खाद नहीं दे रही। सहायक कृषि अधिकारी डॉ. नरेश पाराशर ने बताया कि निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर यूरिया खाद देना गैर कानूनी है। इनके विरुद्ध कार्रवाई जाएगी। विक्रेता की ओर से टैगिंग सामान लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। इसकी शिकायत पर विभाग कार्रवाई करेगा।
…………… जांच कर कार्रवाई करेंगेहमने आपूर्ति अनुसार डिमांड भेज रखी है। जैसे ही माल आएगा वितरण करेंगे। कालाबाजारी किया जाना गैर कानूनी है। जांच कर कार्रवाई करेंगे। मंगतूराम शर्मा, सहायक कृषि अधिकारी।…………..
एक साथ मांग बढ़ने से हुई परेशानी हम मांग के अनुसार खाद आपूर्ति का पूरा प्रयास कर रहे हैं। एचयूआरएल यूरिया खाद की रैक आज आई है और एनएफएल की कल आएगी। फिर और एक रैक आ रही है। अभी बारिश होने से एक साथ मांग बढ़ने से परेशानी हुई हैं। आगामी दिवस में समस्या हल हो जाएगी। कालाबाजारी के दोषी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करेंगे।पीसी मीणा, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग।